नशीला पदार्थ पिलाकर कर रहे थे शारीरिक शोषण

बच्चे की मां ने कराया मथुरा गेट थाने मुकदमा दर्ज मजिस्ट्रेट के साथ दो कर्मचारी भी शामिल

भरतपुर। भरतपुर के मथुरा गेट थाने में रविवार को एक महिला ने मजिस्ट्रेट और उनके दो सहयोगी कर्मचारियों के खिलाफ अपने बेटे के साथ कुकर्म का मुकदमा दर्ज कराया है। 14 वर्ष के बालक की मां ने मजिस्ट्रेट पर बच्चे को डरा धमका कर उसके साथ कुकर्म करने का आरोप लगाया है । वह बच्चे के साथ करीब डेढ़ महीने से कुकर्म कर रहा था। इस बात का पता उसे दो दिन पहले ही चला। जब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद रविवार को बच्चा उसकी मां मथुरा गेट थाने पहुंचे और मजिस्ट्रेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। उधर देर शाम जोधपुर हाई कोर्ट ने आरोपित मजिस्ट्रेट जितेंद्र गुलिया को निलंबित कर दिया। इस संबंध में सिविल सर्विस 1998 के तहत तुरंत प्रभाव से आदेश जारी कर दिया गया।

खाने पीने की चीजों में नशीला पदार्थ मिलाकर किया कुकर्म

पुलिस ने बताया कि 1 दिन मजिस्ट्रेट जितेंद्र गुलिया ने बच्चों को अपने घर ले जाकर उससे कोल्ड ड्रिंक पिलाई। जिसमें पहले से ही नशीला पदार्थ मिला हुआ था, जिसे पीते ही बच्चा बेहोश हो गया । उसके बाद मजिस्ट्रेट ने उसके साथ कुकर्म किया। इतना ही नहीं मजिस्ट्रेट ने बच्चे के साथ अश्लील वीडियो बना लिया। जब बच्चे को होश आया तो उन्होंने उसे धमकाया कि मैं तेरे दोस्तों को वीडियो दिखा कर तुझे बदनाम कर दूंगा और तेरे बड़े भाई को जेल भिजवा दूंगा और तेरी मां के साथ भी गलत काम करूंगा।

बच्चे से पहले बढ़ाई जान पहचान

बच्चे की मां ने बताया कि मथुरा गेट थाना इलाके में उसका बेटा शहर की कंपनी बाग स्थित डिस्ट्रिक्ट में टेनिस खेलने जाता था। यहां भरतपुर के कई अधिकारी और विशिष्ट न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट के जितेंद्र गुलिया भी वहां थे। उन्होंने पहले बच्चे से जान पहचान बचाई और बच्चे को अपने साथ घर ले जाने लगे।

बच्चे को किस करने से हुआ माँ को शक

महिला ने बताया कि उसका बच्चा डेढ महीने से गुमसुम रहने लगा था। 28 अक्टूबर को मजिस्ट्रेट जितेंद्र गुलिया बच्चे को छोड़ने के लिए उसके घर पहुंचे। घर की बालकनी में बच्चे की मां खड़ी हुई थी । बच्चे के पहुंचने के बाद मजिस्ट्रेट ने बच्चे को किस किया और उसे घर के बाहर छोड़कर चले गए। यह सब बच्चे की मां ने देख लिया । जिस पर मां ने बच्चे को कसम खिलाकर से इस बारे में पूछा । तब बच्चे ने अपनी मां को कहा कि यह बहुत खतरनाक लोग है । यह कभी भी भैया को जेल भिजवा सकते हैं। हम सभी को मरवा सकते हैं पुलिस इनके सारे पर काम करती है और इतना कहकर बच्चा रोने लगा।

 

बच्चे की बच्चे ने मां को बताई मजिस्ट्रेट की घिनौनी करतूत

जब बच्चे की मां ने बच्चे को विश्वास में लेकर दोबारा से पूछताछ की और बच्चे ने बताया कि मजिस्ट्रेट जितेंद्र गुलिया उसे शराब भी पिलाते हैं । जूस में कोई नशीली चीज मिलाकर देते हैं फिर कपड़े उतार कर उसके साथ सब कुछ गलत काम करते हैं ।मना करने पर और विरोध करने पर बड़े भाई को जेल भेजने की धमकी देते हैं । आपके साथ भी गलत काम करने की धमकी देते हैं और पूरे परिवार को खत्म करने की बात करते हैं ।बच्चे ने बताया कि उनके साथ रहने वाले अंशुल सोनी और राहुल कटारा ने भी उसके साथ कुकर्म किया। बच्चे ने मां को बताया कि यह दोनों लोग करें एक महीने से उसके साथ गलत काम कर रहै है ।उसको वीडियो बनाकर दोस्तों को वायरल करने की धमकी देते है जिसके चलते वह चुप था।

जब बच्चा नहीं गया तो दी धमकियां

पीड़ित बच्चे की मां ने बताया कि उसने बच्चों को खेलने भेजने से मना कर दिया तो 29 अक्टूबर को उसके घर अंशुल सोनी ,राहुल कटारा और एसीबी सीईओ परमेश्वर लाल यादव कुछ पुलिसकर्मियों को साथ लेकर आए और उसे धमकाया। वह बच्चे को जज साहब के घर भेज दे नहीं तो वह सभी को जेल में डलवा देंगे । जब महिला ने बच्चों को भेजने से मना किया तो शोर सुनकर आसपास के लोग एकत्रित हो गए ।जिन्हें देखकर पुलिस वाले चले गए। देर रात मजिस्ट्रेट ने महिला को फोन किया तो महिला ने उन्हें बताया कि बच्चे ने उसे सब कुछ बता दिया।

साथियों को घर भेज कर जज ने मांगी माफी

मजिस्ट्रेट जितेंद्र गुलिया ने 30 अक्टूबर को राहुल कटारा और अंशु सोनी नाम के व्यक्ति को बच्चे घर भेजा और उन्होंने बच्चे की मां से माफी मांगते हुए कहा कि दोबारा से ऐसी गलती नहीं होगी। उन्हें माफ कर दे। कुछ देर बाद जितेंद्र गुलिया भी बच्चे के घर पहुंचे और उन्होंने भी बच्चे और उसकी माँ से माफी मांगी और आगे से ऐसा काम करने से मना किया। इस दौरान बच्चे के घरवालों ने मजिस्ट्रेट का माफी मांगते हुए का वीडियो बना लिया, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया ।एसीबी का अधिकारी परमेश्वर लाल यादव बच्चे के घर पहुंचे और माफी मांगने के बहाने उन्होंने रिश्तेदारों को फंसाने की धमकी दे डाली।

 मथुरा गेट थाना पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज

मथुरा गेट थाना अधिकारी रामराज गुर्जर ने बताया कि जब महिला अपने बच्चे के साथ थाने पहुंची और उसने बच्चे के साथ मजिस्ट्रेट और उनके दो साथियों द्वारा सामूहिक कुकर्म का मामला दर्ज कराया। उन्होंने बच्चे से बातचीत की । बातचीत करने के बाद में उन्होंने पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। जिसकी जांच सीओ सिटी सतीश वर्मा कर रहे हैं। महिला ने मजिस्ट्रेट गुलिया और उनके दो साथियों पर दुष्कर्म के आरोप लगाए हैं । पुलिस आरोपों की जांच कर रही है ।बच्चे का भी मेडिकल कराया जा रहा है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी की जाएगी। इससे पहले ही जोधपुर हाईकोर्ट ने गुलिया को सस्पेंड कर दिया है।

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