जयपुर । जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल अपने ईलाज के लिए आई एक हरियाणा की महिला सड़क किनारे फुटपाथ पर लगी कुर्सी पर बैठी थी, तभी उसके पास आकर एक कार रूकती है। कार में ड्राइवर अपनी मस्ती में गाने सुन रहा है। कार में बज रहे राजस्थान लोकगीत की आवाज इतनी है, जिससे कार के पास से गुजरने वाला व्यक्ति सुन सके या कार में बैठे हुए लोग। जैसे ही गाने के बोल पास बैठी महिला मरीज के कानों में गूंजे, महिला ने घुंघट से कहा आवाज तेज कर, ड्राइवर सोचा किसको कह रही है। लेकिन फिर महिला ने दोबारा फिर कहा भाई आवाज तेज कर दे ।ड्राइवर ने महिला के कहने से जैसे ही गाने की आवाज तेज की महिला झूमकर कर नाचने लगी। महिला सुद बूद खोकर नाचने लगती है , लेकिन बीमारी की वजह से जल्दी ही थकान होने पर फिर बैठ जाती है। लेकिन फिर थोड़ी देर बाद में खड़ी होकर नाचने लगती है।
हालांकि बीमारी की वजह से महिला का शरीर ज्यादा साथ नहीं देता है लेकिन फिर भी ऐसा लगता है , वह जैसे भी है हर हाल में समय को एंजॉय करना चाहती है और उसने किया भी यही । जब उसे अपनी पसंद का गाना सुनाई दिया, तो उसने अपनी बीमारी भूल कर वहीं सड़क पर वह झूमने लगती है। नाचने लगती है और अपने आप को खुशगवार महसूस करती है। यही है असल जिंदगी , जब आपको अवसर मिले आप उसे जिंदादिली से जिएं चाहे, समय कैसा भी हो। क्योंकि किसी को पता नहीं है आने वाला पल उसका है या नहीं है। महिला मरीज की जिंदादिली देखकर वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए और सब ने उसकी वाहवाही की। ड्राइवर भी थोड़ी देर में अपनी गाड़ी लेकर चला गया ।लेकिन महिला मरीज ने सब को सकारात्मक सोच का संदेश दे दिया जिस भी हाल में रहो मस्त रहो, खुश रहो।