जयपुर । राजस्थान सरकार ने भी सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण के मुख्य आरोपी के द्वारा संचालित अधिगम कोचिंग इंस्टिट्यूट की बिल्डिंग पर आवासीय भूखंडों पर जीरो सेट बैक पर बिल्डिंग बायलॅाज का गंभीर उल्लंघन करने पर जयपुर विकास प्राधिकरण के दस्ते ने तोड़फोड़ कर ध्वस्त कर दिया। गुर्जर की थड़ी गोपालपुरा बाईपास स्थित कोचिंग संस्थान रोड सीमा पर अवैध कब्जा और अतिक्रमण करके निर्मित किया गया था। जेडीए की टीम ने भवन मालिक को नोटिस जारी कर दस्तावेज मांगे गए थे। लेकिन मालिक ने किसी तरह का जवाब नहीं दिया। इस पर जेडीए ने भारी पुलिस लवाजमें के साथ भवन में तोड़- फो़ड़कर अवैध अतिक्रमण हटा दिया गया।

अधिगम पर चला बुलडोजर अन्य पर कब?

मुख्य प्रवर्तन अधिकारी बताया कि अधिगम कोचिंग शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण के मुख्य आरोपियों द्वारा संचालित किया जा रहा था। इस पर मुख्य नियंत्रक परिवर्तन व अतिरिक्त आयुक्त के नेतृत्व में प्रवर्तन दस्ते और पीआरएन की टीम , राजस्व और तकनीकी टीमों ने मौके पर निरीक्षण और परीक्षण किया। संबंधित बिल्डिंग मालिक अनिल अग्रवाल, कोचिंग संचालक भूपेंद्र सहारण, सुरेश ढाका ,धर्मेंद्र चौधरी सहित चार लोगों को धारा 72 जयपुर विकास प्राधिकरण अधिनियम के तहत नोटिस जारी किए गए। संबंधित को अवैध अतिक्रमण हटाने और अपना जवाब प्रस्तुत करने के लिए 8 जनवरी तक का समय दिया गया। लेकिन 5:00 बजे तक किसी ने भी इसका कोई जवाब नहीं दिया । इस पर 8 जनवरी को प्रातः विधिक नोटिस देकर बिल्डिंग से अपना अपना सामान खाली कराकर अवैध निर्माण अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की गई।

मुख्य प्रवर्तन अधिकारी रघुवीर सैनी ने बताया कि अधिगम की बिल्डिंग दो आवासीय भूखंड संख्या 32 और 33 को अवैध रूप से संयुक्त कर करीब 500 वर्ग गज क्षेत्रफल बनाई गई थी। जिसमें पूर्व दिशा में भूखंड संख्या 32 में 8 फीट 3 इंच और भूखंड संख्या 33 में 10 सट सैटबैक को पूर्ण रूप से कवर कर जीरो सेटबेक में भूखंडों के पश्चिम दिशा में 10 फीट को 15 फीट के सेटबैक तथा उत्तर दिशा के आगे सेटबेक पर सड़क पर भी अवैध अतिक्रमण कर रखा था। बिल्डिंग बायलॉज का गंभीर उल्लंघन कर बेसमेंट प्लस 5 मंजिला अवैध वेबसाइट बिल्डिंग का निर्माण कर रखे थे। उक्त बिल्डिंग के ग्राउंड और फ्लोर पर अलग-अलग व्यवसाय के उपयोग ,प्रथम ,द्वितीय, तृतीय पर अधिगम नामक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग इंस्टिटूयट संचालित रहा था। पांचवी मंजिल पर पेंट हाउस हाउस था। यही नहीं भवन मालिक कॅालोनी में भी बालकॅानी बनाकर अतिक्रमण कर रखा था। जेडीए टीम ने सारे अतिक्रमण को ध्वस्त कर हटा दिया।

कोचिंग संचालक का नहीं भवन मालिक का हुआ नुकसान

कोचिंग सेंटर पर बुलडोजर चलाने से कोचिंग सेंटर चलाने वाले का तो कोई खास नुकसान नहीं हुआ लेकिन जिसकी ये बिल्डिंग थी उसे भारी नुकसान उठाना पड़ा। भवन मालिक का कहना है कि जब भवन बनाया था तब तत्कालीन जेडीए अधिकारियों ने पैसे खाकर निर्माण करने दिया अब जेडीए ने सबकुछ तोड़ दिया।

क्या जेडीए करेगा अन्य अवैध अतिक्रमणों पर कार्रवाई

लोगों का कहना था कि मैन रोड़ पर कई सालों पहले ये अतिक्रमण हुआ लेकिन जेडीए में बार – बार शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई। क्या अब भी जेडीए इसके आस- पास की अन्य बिल्डिंगों पर कार्रवाई करेगा। क्योंकि आस- पास के सभी भवनों में जेडीए बायलाज का उल्लंघन हुआ है। सरकार की इस कार्रवाई से पेपर लीक प्रकरण से जुड़े अन्य लोगों में भी दहशत होगी लेकिन सही मायनों में जो भी इस मामले में दोषी है उन सभी पर कार्रवाई हो।

जिन लोगों ने पेपर खरीदने के लिए पैसे दिए उन पर भी हो कार्रवाई

लोगों का कहना है कि जो अभ्यर्थी पकड़े गए सरकार को कार्रवाई उनके अभिभावकों के खिलाफ करनी चाहिए। जिन्होंने पेपर खरीदने के लिए पैसे दिए। क्योंकि जो अभ्यर्थी है वे तो पैसे दे नहीं सकते थे। उनके अभिभावक जो सरकारी कर्मचारी- अधिकारी थे। बिजनेसमैन है जिन्होंने पेपर पास कराने के लिए गलत का साथ ही नहीं दिया लाखों रुपये भी दिए उन पर अब तक सरकार के ने क्या कार्रवाई की इसका भी खुलासा होना चाहिए। सरकार को चाहिए की पकड़े गए सभी लोगों के अभिभावक जो सरकारी कर्मचारी है उन्हें बर्खास्त किया जाऩा चाहिए। जिससे भविष्य में कोई भी न पर्चा खरीदे और पेपर लीक हो।

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