भरतपुर। माली, सैनी, कुशवाहा जातियों को 12% आरक्षण देने की मांग को लेकर जयपुर में ओबीसी आयोग से हुई वार्ता के बाद आज आरक्षण आंदोलन से जुड़े हुए लोगों ने भरतपुर में आंदोलन स्थल पर जाकर आंदोलन को कुछ दिनों के लिए लेने के लिए स्थगित करने की घोषणा की है आरक्षण आंदोलन के संयोजक मुरारी लाल आंदोलनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ओबीसी आयोग ने माली सैनी समितियों का सर्वे कराने और जिला कलेक्टर को 10 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं यह रिपोर्ट मिलने के बाद ही आयोग इन जातियों को सामाजिक स्तर पर टिप्पणी पिछड़ेपन और आर्थिक रूप से कमजोर होने पर अपने स्तर पर सर आएगा सर्वे कराएगा और और आरक्षण को लेकर फिर आगे का रास्ता तय होगा मुरारी सैनी ने कहा कि यह समाज की एकता की जीत है जिसके चलते आज ओबीसी आयोग को इस विषय में संज्ञान लेना पड़ा है मोर सभी 5 जातियों के 21 प्रतिनिधियों से बातचीत करनी पड़ी और अब इन जातियों के सर्वे के बाद में आरक्षण को लेकर वस्तु की स्थिति स्पष्ट हो सके तब तक के लिए हम अपने अपने घर जाएंगे और जब जरूरत पड़ेगी तब फिर सड़कों पर उतर कर अपने हक की लड़ाई लड़ेगी