
जयपुर ।राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पूर्व की नेताओं की आवाजाही शुरू हो गई है ।पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया ने एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है। वह शुक्रवार को भाजपा में शामिल हो गए। उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जोशी ,प्रभारी अरुण सिंह, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने दुपट्टा और माला पहनाकर के पार्टी की सदस्यता दिलाई । इससे पूर्व में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर सांसद रहे थे और वाजपेई सरकार में केंद्र में मंत्री रहे थे। लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव ,लोकसभा चुनाव में सुभाष चंद्र मेहरिया को पार्टी ने टिकट नहीं दिया था।

इससे नाराज होकर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे ।लेकिन पिछले 4 साल में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें संगठन में भागीदारी नहीं दी । न किसी तरह से सत्ता में भागीदारी मिली । इससे नाराज होकर एक बार फिर मेहरिया अपनी पुरानी पार्टी में शामिल गए हैं। वे सीकर से सांसद रहे हैं ।वर्तमान में भाजपा के सुमेधानंद सरस्वती भाजपा के सांसद है। दो बार से वहां से लगातार चुनाव जीत रहे हैं। क्या भाजपा उनका टिकट काटकर एक बार फिर महरिया को टिकट देगी ये विधानसभा चुनाव का समय बताएगा।

नरसी किराड भी भाजपा में शामिल
राजस्थान के छात्र नेता रहे नरसी किराड़ एनएसयूआई के राष्ट्रीय समन्वयक रहे हैं । पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी ने जब उन्हें टिकट नहीं दिया तो पार्टी छोड़कर आरएलपी में शामिल हो गए और आरएलपी ने उन्हें कठूमर से विधानसभा में टिकट दिया ।

लेकिन चुनाव हार गए ।आज उन्होंने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ,प्रभारी अरुण सिंह, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ और पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया प्रदेश महामंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ,विधायक रामलाल शर्मा और वासुदेव देवनानी ने नरसी किराड़ को भाजपा में शामिल किया । वह कठूमर से ही विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। फिलहाल उनका कहना कि वे बिना किसी शर्त के पार्टी में शामिल हुए हैं ।राजस्थान में कांग्रेस सरकार से सब परेशान है।