जयपुर।पूर्व मंत्री एवं विधायक कालीचरण सराफ ने क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम जी को लेकर पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनके बयान से स्पष्ट है कि राज्य सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। डोटासरा की लगातार बयानबाजी से ऐसा प्रतीत होता है कि देशभक्त संगठन आरएसएस को बदनाम करने की साजिश के तहत जिस तरह से बिना तथ्यों व सबूतों के निंबाराम को आरोपी बनाया गया उसके सूत्रधार खुद डोटासरा हों और अब उन्हें यह डर सता रहा है कि सच्चाई सामने आने के बाद उनका क्या हश्र होगा । इससे बौखलाए डोटासरा बार बार बयानबाजी करके एसीबी पर एक ही दिशा में जांच का दबाव बना रहें हैं।
सराफ ने कहा कि लोकतंत्र में सरकारें आती जाती रहती हैं लेकिन सत्ता का दुरुपयोग करके बिना तथ्यों व सबूतों के देश सेवा में लगे निर्दोष व्यक्ति को फंसाने की साजिश करने का कुकृत्य करके कांग्रेस पार्टी आग से खेलने का काम कर रही है। इसी तरह का कृत्य कांग्रेस पार्टी ने 1975 में देश पर इमरजेंसी थोप कर किया था और देशभक्त आरएसएस कार्यकर्ताओं को जेलों में डाला था उसके बाद तात्कालिक प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार को जनता ने उखाड़ फेंका था, वही हश्र प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का होने वाला है। लगता है कांग्रेस पार्टी ने अपने काले इतिहास से कोई सीख नहीं ली है, पुरानी कहावत है “विनाशकाले विपरीत बुद्धि”, सत्ता के नशे में चूर डोटासरा जिस तरह से लगातार बयानबाजी करके जांच को प्रभावित कर रहे हैं, प्रदेश की जनता देख भी रही है और समझ भी रही है तथा इसका जवाब चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ करके देगी।
सराफ ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों का अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए बदले की भावना से काम करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। देश सेवा में समर्पित विश्व के सबसे बड़े सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को बदनाम करने की साजिश एवं प्रतिशोध की भावना से की जा रही कार्यवाही को कोई भी देशप्रेमी नागरिक बर्दास्त नहीं करेगा। राज्य सरकार अपने नापाक मंसूबों में कभी कामयाब नहीं हो पाएगी समय आने पर जनता षड्यंत्रकारी राज्य सरकार को मुंह तोड़ जवाब देगी और चुनाव में कांग्रेस पार्टी का सूपड़ा साफ कर देगी।

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