जयपुर। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चल रही चर्चाओँ पर फिलहाल विराम लग गया है। दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मुलाकात के बाद जयपुर लौटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत उसी एनर्जी के साथ काम में जुट गए है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने पार्टी के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणूगोपाल और प्रदेश प्रभारी अजय माकन से मुलाकात की थी। ये बैठक भी दो घंटे चली थी। इस बैठक के बाद अजय माकन ने भी ये बात कही थी कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार का जितना इंतजार आपको है उतना ही मेरे को भी है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि बैठक में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियों पर चर्चा की गई और उसकी रणनीति भी बनाई गई है।

सोनिया गांधी से की मुलाकात

इसके बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी से मुलाकात की। सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राजस्थान की राजनीति को लेकर चर्चा हुई । देश की राजनीतिक हालात पर भी चर्चा हुई। सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आत्मविश्वास से लबरेज नजर आए
गहलोत का आत्मविश्वास बताता है कि अभी विस्तार नहीं होगा

सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार और राजनैतिक नियुक्तियों को लेकर उन्होंने रिपोर्ट सोनिया गांधी को सौंप दी है। मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों पर फैसला सोनिया गांधी को लेना है। इस पर अंतिम निर्णय उन्हें ही करना है। गहलोत के इस बयान से साफ है कि अभी राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार की राह आसान नहीं है। अभी भी मंत्रिमंडल विस्तार में समय लग सकता है।

मीडिया से पता लगता है मंत्रिमंडल विस्तार होगा?

मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि मुझे तो खुद को भी मीडिया के माध्यम से ही पता लगता है कि राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार होगा। मीडिया ही मंत्रिमंडल विस्तार की तारीख तय कर देता है वही महकमें तक बांट देता है। लेकिन मुझे खुद को इसकी जानकारी नहीं होती। मुझे तो ये सब बातें मीडिया से पता लगती है।

मंत्रिमंडल विस्तार का निर्णय आलाकमान करेगा

राहुल- गांधी , प्रियंका गांधी से मुख्यमंत्री की मुलाकात के बाद एक बारगी ये मानकर चल रहे थे कि हो सकता है आगामी दिनों में ही मंत्रिमंडल विस्तार हो जाए। लेकिन जब मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार की रिपोर्ट वे सोनिया गांधी को सौंप चुके है। अब अंतिम निर्णय उन्हें ही करना है तो इससे साफ हो गया कि अभी राजस्थान में सरकार की तीसरी वर्षगांठ से पूर्व किसी भी तरह का बदलाव नहीं होने वाला। तब तक मीडिया के माध्यम से इस तरह की कयासबाजी चलती रहेगी। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर हकीकत में अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ही करना है। जब उनकी इच्छा होगी तब ही मंत्रिमंडल विस्तार होगा।

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