बूंदी। नानकपुरिया निवासी बंता सिंह की हत्या का खुलासा पुलिस ने हत्या के 48 घंटे में ही कर दिया। हत्या के आरोप में पुलिस ने मृतक के भतीजे राजवीर सिंह भांजे गुरप्रीत सिंह उर्फ मंगा उसके साथी सुखविंदर सिंह और सोनू निवासी बरखेड़ा तारा को गिरफ्तार किया है वही एक नाबालिक भतीजे को विरोध किया है हत्या आरोपी ने जमीन जमीन में हक और खर्चा नहीं देने की चलते नफरत के कारण भतीजे ने बुआ के लड़के ग्रुप में तो ₹500000 की सुपारी दगुरप्रीत आदतन अपराधी है।

चाचा के गई थी मां नाते, चाचा नहीं मानता था नाबालिग को बेटा

पुलिस पड़ताल में सामने आया कि आरोपी के पिता बलवंत सिंह की 2003 में मृत्यु हो गई थी और उसकी मां बीमार को चाचा की पत्नी बनकर रहने लगी उसका जन्म पिता की मौत के बाद हुआ उसके जन्म के दो-तीन साल बाद चाचा बंता सिंह लूट के मामले में जेल चला गया 6 साल बाद जेल से छूट कर आने के बाद उनके साथ रहने लगा। उनके नाम कुल 10 बीघा जमीन की उसको लेकर सहारा झगड़ा चल रहा था।

नाबालिक के बड़े भाई पर रेप का मुकदमा दर्ज हुआ तो चाचा ने नहीं की मदद

नाबालिग के बड़े भाई राजवीर पर दुष्कर्म का आरोप लगा था ,जिसमें आरोपी ने लड़की से शादी कर ली। तब चाचा ने राजनीति कोई आर्थिक मदद नहीं की। शादी के बाद चाचा लड़की को भी घर नहीं आने दे रहा था, खर्चा पानी भी, नहीं देता था और अपना बेटा भी नहीं मानता था। बार-बार मारने दौड़ता था पैसे मांगने पर गाली देता था और पूरी जमीन जोतने सारे पैसे अपने पास रखता था।

चाचा के प्रति नफरत

चाचा के प्रति नफरत आज से दो-तीन महीने पहले राजवीर और वह बुआ के लड़के गोपी से मिले मुझे सारी बात बताई गोपी ने चाचा की हत्या के लिए ₹500000 या 1 बीघा जमीन मांगी जिस पर ₹500000 में क्या करना है वह योजना बनाकर घर पर आए।

पालतू कुत्ते को घर के छत पर बांधा

25 और 26 नवंबर को आरोपी ने अपनी मां को केशोरायपाटन भेजने की कोशिश की पर मां ने मना कर दिया। आरोपी ने 27 नवंबर को मां सिमर कौर को भाई राजगीर के साथ मौसी की लड़की से मिलने केशोरायपाटन चली गई। घर पर चाचा और वह दोनों ही थे । योजना अनुसार शाम को चाचा बंता से घर के बाहर हमेशा की तरह सो गया । आरोपी ने कुत्ते को घर की छत पर ले जाकर बांध लिया। जिससे नीचे के खेत के बाहर खड़े आरोपी मौके पर आए और चाचा पर हमला कर दिया इसके बाद उस पर 5-6 गोलियां दाग कर हत्या कर फरार हो गए।

कुत्ते के नहीं भौंकने से खुला राज

रिश्तेदार ,आसपास के पड़ौसियों ने पूछताछ में बताया कि घटना के दिन मृतक का पालतू कुत्ता नहीं भौंका जबकि मृतक का पालतू कुत्ता किसी भी अजनबी के खेत के आसपास भी नहीं फटकने देता था लेकिन हत्या की रात कुत्ते की कोई आवाज नहीं सुनी इस पर पुलिस की शक की सुई परिवार जन पर ही रुक गई । जिस पर फरियादी नाबालिग से पूछताछ की तो मामले का खुलासा हो गया। पुलिस को भी ब्लांइड मर्डर को खोलने में पूरी टीम की भूमिका सराहनीय रही।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published.