जयपुर। जयपुर के विद्याधर नगर में मंहगाई हटाओ के विरोध में हो रही कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय रैली को राहुल गांधी की रिलॅांचिंग और प्रियंका गांधी की राष्ट्रीय राजनीति में एंट्री माना जा रहा है। हालांकि रैली में मंहगाई ही मुख्य मुद्दा होगा। लेकिन यह यूपी के बाहर पहली इतनी बड़ी रैली होगी जिसमें कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक साथ संबोधित करेंगे। अब तक प्रियंका गांधी का ध्यान सिर्फ यूपी तक सिमटा हुआ था। इसलिए माना जा रहा है कि इस रैली के बाद राहुल गांधी एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय स्तर पर कमान संभाल लेंगे। वे राष्ट्रीय अध्यक्ष होंगे और प्रियंका गांधी देश की स्टार प्रचारक।

प्रियंका में दिखता है दम

लड़की हूं मैं लड़ सकती हूं। इस स्लोगन ने काफी हद तक महिलाओँ और लड़कियों को छूआ है। हो सकता है विरोधी पार्टी के लोग आज उनका मजाक भी बनाने की कोशिश कर रहे हो। लेकिन वे उऩका हाल राहुल जैसा नहीं कर सकेंगे। इसके पीछे दो बड़े कारण एक तो वे अच्छी वक्ता है दूसरी उनकी लोगों पर पकड़ है। लड़की हूं में को विरोधी पार्टी की महिलाएं भी लायक कर रही है। उनका संघर्ष के कारण आज उनकी कांग्रेस में अलग पहचान बनने लगी है। लेकिन उन्हें केवल यूपी तक समेटकर रखना भी उऩके साथ अन्याय होगा। यूपी पर उनका फोकस हो लेकिन उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय चेहरा बनाना पड़ेगा। यदि उऩ्हें यूपी के साथ – साथ पंजाब में भी पार्टी के प्रचार की कमान सौंप दी जाएगी तो वे काफी कुछ माहौल बनाने में सक्षम है। यूपी में हो सकता है उन्हें इस बार सफलता नहीं मिले लेकिन वे लोगों का भरोसा जीतने में कामयाब होने लगी है। इसलिए उनको हल्के में लेना विरोधियों के लिए घातक होगा। इसलिए माना जा रहा है कि मंहगाई के विरोध में आयोजित रैली के माध्यम से प्रियंका गांधी की पार्टी में राष्ट्रीय स्तर लॅाचिंग हो रही है। राजस्थान से प्रियंका का जुड़ाव भी रहा है। ऐसे में माना जा सकता है कि पार्टी के देशभर के नेता और कार्यकर्ता यहां मौजूद रहेंगे। इसलिए यहीं से प्रियंका गांधी की राजनीतिक लॅाचिंग होगी। अब तक उऩ्हें केवल यूपी तक ही सीमित कर दिया गया था लेकिन अब वे दूसरे प्रदेशों में भी पार्टी के स्टार प्रचारक होगी। खास तौर पर हिंदी भाषी प्रदेशों में उनके प्रति क्रेज भी है।

राहुल गांधी की रिलॅाचिंग

राहुल गांधी ने लोकसभा चुनावों में पार्टी की करारी हार के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन अब एक साल बाद उन्हें वापस से अध्यक्ष पद संभालने के लिए मना लिया गया है। खुद राहुल गांधी ने भी जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी उसे निभाया जाएगा का बयान दिया है। इसलिए माना जा रहा है कि राहुल गांधी को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी राजस्थान से ही घोषित किया गया था । अब उन्हें फिर से पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित करने की भूमिका भी कांग्रेस की मंहगाई विरोधी रैली से बनाई जाएगी। क्योंकि इस रैली में पूरे देशभर के कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आएंगे। सभी कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी आएंगे। राजस्थान में पहली बार दिल्ली के स्थान पर किसी राजनीतिक पार्टी की विरोधी रैली हो रही है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published.