जयपुर ।भाजपा समर्थित राज्यसभा उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को किशनगढ़ विधायक सुरेश टॉक , खुशवीर सिंह जोजावर और ओमप्रकाश हुडला से सबसे ज्यादा उम्मीद थी। माना जा रहा था कि सुरेश टाक भाजपा से संपर्क के चलते अपना वोट पक्का मानकर चल रहे थे। ओम प्रकाश हुड़ला को लेकर भी यही कहा जा रहा था।
कुछ ऐसा ही खुशवीर सिंह जोजावर के लिए कहा जा रहा था की वे कांग्रेस से नाराज चल रहे है। इसलिए उनका वोट सुभाष चंद्रा को मिल सकता है। लेकिन जोजावर की गहलोत जी उनकी बॉन्डिंग सबको पता है। चर्चा इस बात की चल रही थी कि इन तीनों विधायकों को किसी भी तरह से खास तौर पर धनबल के आधार पर सुभाष चंद्र के पक्ष में लाया जा सकता है । पहले ही दिन से इस बात को सबसे ज्यादा हवा दी गई की गहलोत सरकार से नाराज चल रहे विधायकों को चंद्रा के पक्ष में लाया जा सकता है। इसी तरह से बीटीपी विधायकों को लेकर भी कहा जा रहा था। बीटीपी विधायकों ने अपना रुख क्लियर नहीं किया। लेकिन ये तय मानकर चलिए पैसे के दम पर उनको भी खरीदा नहीं जाएगा। वे भी विकास के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ ही जाएंगे। जिस तरह से सुबह ओम प्रकाश हुड़ला ने गहलोत के कहने पर वोट देने की बात कही।
विधायक बाबूलाल नागर तो वैसे भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खास है। वैसे भी उनको लेकर बीजेपी को भी कोई उम्मीद नहीं थी, क्योंकि वह मुख्यमंत्री के सलाहकार भी हैं ।खुशवीर सिंह जोजावर, सुरेश टाक, बाबूलाल नागर ने कांग्रेस विधायकों से पूर्व उदयपुर पहुंचकर सबको चौका दिया कि वे कांग्रेस के साथ ही है। इसके साथ ही बीजेपी समर्थित उम्मीदवार की उम्मीदें भी टूटती नजर आ रही है।