जयपुर। राजस्थान हाई कोर्ट को दो नए जज मिल गए हैं ।एक न्यायिक अधिकारी कोटे और दूसरा अधिवक्ता कोटे से जज बनने से पेंडिंग मामलों में थोड़ी राहत मिलेगी। कुलदीप माथुर अधिवक्ता कोटे से राजस्थान हाई कोर्ट के जज बने हैं। तो शुभा मेहता न्यायिक अधिकारी कोटे से राजस्थान हाई कोर्ट की जज बनी है । केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद राष्ट्रपति कार्यालय से इन दोनों नामों को मंजूरी मिल गई है ।इसी के साथ राजस्थान हाईकोर्ट के 72 साल के इतिहास में यह नया कीर्तिमान बन गया है । जब राजस्थान हाईकोर्ट में पति पत्नी दोनों एक साथ बन गए है।

जस्टिस महेंद्र कुमार गोयल की पत्नी न्यायिक अधिकारी शुभा मेहता को राजस्थान हाई कोर्ट का जज बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। शुभा मेहता मूल रूप से बाड़मेर के रहने वाली हैं। भाई कुलदीप माथुर जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से एलएलबी करने के बाद 1993 से वकालत कर रहे हैं ।उन्हें संविधान के अलावा सर्विस मैटर में भी विशेषज्ञता हासिल है । कुलदीप माथुर का चयन अधिवक्ता कोटे में हुआ है ,वही शुभा मेहता का चयन न्यायिक अधिकारी कोटे से होने के कारण राजस्थान हाई कोर्ट को एक साथ दो न्यायाधीश मिल गए हैं।

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