पाली । पाली के चर्चित जितेंद्र मेघवाल हत्याकांड के मामले में राज्य सरकार की उपेक्षा को लेकर दलित समाज में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने मेघवाल के घर पहुंच कर जितेंद्र मेघवाल के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिवार से मिलकर सांत्वना दी। साथ ही राजस्थान सरकार से जितेंद्र मेघवाल के आश्रितों को भी उदयपुर के कन्हैया लाल हत्याकांड की तर्ज पर ₹5000000 का मुआवजा और परिवार के सदस्य को नौकरी देने की मांग की।
मुआवजे और सहायता राशि में सरकार का भेदभाव
बसपा नेताओं ने राजस्थान सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार एक जैसे ही मामलों में मृतकों को राहत सहायता देने में भी भेदभाव करती है। उदयपुर में भी जितेंद्र मेघवाल की जातिगत मानसिकता के चलते ही सार्वजनिक रूप से हत्या की गई थी। दिनदहाड़े हत्या के बावजूद सरकार ने उनके परिजनों को न तो आज तक 5000000 रुपए की सहायता दी और ना ही किसी परिजन को सरकारी नौकरी दी, जबकि दूसरे मामलों में सरकार ऐसा करती रही है । सरकार के इस रवैया से जाहिर है कि सरकार की दलितों के प्रति कथनी और करनी में अंतर है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता
बहुजन समाज पार्टी के प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद राम जी गौतम, सुरेश आर्य,प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा, पूर्व विधायक पूरणमल सैनी, प्रदेश उपाध्यक्ष सीताराम मेघवाल ,प्रदेश महासचिव प्रेम बारूपाल ,करण सिंह भंडारी, देवी सिंह मीणा, मानसिंह गुर्जर, भोला सिंह बाजीगर ,विजय कुमार बैरवा , सुरेंद्र सिंह ,दीनबंधु ,रामबाबू बैरवा, बनवारी लाल बैरवा, पूर्व जिला प्रमुख खेमकरण , खुर्शीद खान, बनवारी लाल बैरवा, हिम्मत कुमार डांगी,मोहम्मद यूसुफ जोधपुर ,इरफान खान ,सत्यनारायण जाटोलिया, पाली के जिलाध्यक्ष सुरेश पवार ,सुखराम बॉस और पाली जालौर के पदाधिकारी मौजूद रहे।