जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रोजगार के लिए आशान्वित अभ्यर्थियों को राहत प्रदान करें की है । अब ऐसे अभ्यर्थी जो किन्ही कारणों से आवेदन की अंतिम तिथि तक ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस का प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर पाए उन्हें से उन्हें नौकरी से वंचित नहीं किया जाएगा । वे एक शपथ पत्र लिखकर नौकरी प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। राज्य सरकार द्वारा शिथिलता देते हुए निर्णय लिया गया है कि यदि अभ्यर्थी द्वारा अंतिम तिथि के पश्चात का प्रमाण पत्र प्रस्तुत किया जाता है तो इस आशय का एक शपथ पत्र लिखवाया जाएगा। तथा उसे प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा । मुख्यमंत्री के निर्णय से इस वर्ष भी भर्ती परीक्षाओं के अनेक अभ्यर्थी लाभान्वित हो सकेंगे । उल्लेखनीय है कि पूर्व में 20 जनवरी 2022 को जारी परिपत्र के अनुसार आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी के पास सक्षम अधिकारी द्वारा जारी प्रमाण पत्र आवेदन भरने की अंतिम तिथि से पूर्व का होना आवश्यक था। इस परिपत्र की पालना में पशुधन सहायक सीधी भर्ती परीक्षा 2021, कनिष्ठ अभियंता सीधी भर्ती परीक्षा 2022 एवं पटवारी भर्ती परीक्षा 2021 की विज्ञप्ति हो जाने से संशय से स्थिति उत्पन्न हो रही थी।