जयपुर । राजधानी जयपुर में लंबे समय बाद एक्टिव जिला कलेक्टर मिला है। राजधानी होने के बाद बावजूद यहां पर जिला कलेक्टर अपनी पहचान बनाने में विफल ही रहते हैं। क्योंकि वह राजधानी जयपुर में खुलकर काम ही नहीं कर पाते या फिर कर नहीं सकते । शुरुआती दौर में कुछ कलेक्टरों को छोड़ दिया जाए तो बहुत सारे कलेक्टर तो चैंबर से बाहर ही नहीं निकले। पहली बार जब युवा कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित खुद फील्ड में उतर रहे हैं और काम का जायजा ले रहे हैं। जिला कलेक्ट्रेट वे लोगों से बगैर पर्ची के मिलते हैं उनकी समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण करने का प्रयास करते है। सफाई का काम नगर निगम का है लेकिन जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने खुद शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लिया। जयपुर के चांदपोल, नाहरगढ़ ,किशनपोल, छोटी चौपड़, गणगौरी बाजार, गोविंद देव जी मंदिर, हवामहल ,बड़ी चोपड़ ,रामगंज बाजार, रामगंज चौपड़ ,घोड़ा निकास ,क्षेत्रों में जाकर साफ सफाई एवं रोशनी से संबंधित की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिला कलेक्टर ने व्यापार मंडल के लोगों के साथ भी बैठक की। उनकी बात को ध्यान पूर्वक सुना। व्यापारियों ने बरामद में अतिक्रमण की समस्या बताई। इस पर कलेक्टर ने भरोसा दिलाया कि पॉलिसी के तहत अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने आम लोगों से भी बातचीत की और बाजार की हालात का जायजा लिया। इस दौरान जिला प्रशासन के साथ-साथ नगर निगम के अधिकारी विद्युत विभाग के कर्मचारी भी मौजूद रहे। लोगों ने कलेक्टर को खुद फील्ड में उतर कर लोगों के बीच जाना और उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास करने के उनके प्रयास की सराहना की। लोगों को लगा लंबे समय बाद जयपुर में कोई कलेक्टर ऐसा आया है जो सीधा जनता से संवाद करने की कोशिश कर रहा है । वरना तो महापौर और निगम के अधिकारी स्थानीय विधायक कलेक्टर साहब का नंबर नहीं आने देते।

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