जयपुर। 10 प्रतिशत EWS आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट की 5 जजों की बेंच में आज एक ऐतिहासिक फैसला दिया है। इसका स्वर्ण आरक्षण मंच एवं सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा ने स्वागत किया है और कहा है कि न्याय की जीत हुई है। इस आरक्षण को पाने के लिये लगभग दो दशकों तक हमने संघर्ष किया और सरकार ने हमारी बात को सुना कि आरक्षण से वंचित सवर्ण जातियों को भी EWS कैटेगरी में आरक्षण देना चाहिए।
पं. सुरेश मिश्रा ने बयान जारी कर कहा है कि इस आरक्षण को पाने के लिये मैने आमरण अनशन किया, लाठियां खाई, लाखों लाख ब्राह्मणों की रैलियां करी और हमारा एक लम्बा संघर्ष किया। उसी की परिणीति में यह आरक्षण मिला और आज सुप्रीम कोर्ट ने इस पर मोहर लगाकर यह सिद्ध कर दिया है कि हम किसी के खिलाफ नहीं थे। क्योंकि हम सामान्य वर्ग में भी पिछड़े हुए और गरीब लोगों के हक में लड़ाई लड़ रहे थे । इस भावना के साथ यह आरक्षण मिला और माननीय उच्चतम न्यायालय ने आज हम सबके साथ न्याय किया है। इसका मैं तहेदिल से स्वागत और धन्यवाद देता हूं। आपको बता दूं कि सबसे पहले जयपुर में सामान्य वर्ग को और खास तौर पर ब्राह्मण समाज को आरक्षण देने की मांग को लेकर सुरेश मिश्रा के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया गया था। जिसमें पुलिस ने गिरफ्तारियां दी थी और मिश्रा सहित कई कार्यकर्ता घायल हुए थे।