करौली। जिले के एक युवा आर एस अधिकारी आशाराम गुर्जर ने फांसी का फंदा लगाकर जीवन लीला समाप्त कर ली। बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा लगातार उनका स्थानांतरण करने के कारण मानसिक तनाव में थे और बाड़ी सदर थाना इलाके के गांव गड़ी जाखोदा के रहने वाले आशाराम गुर्जर ने शनिवार को जंगल में पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी के बाद परिवार में हाहाकार मच गया। पुलिस ने आर ए एस अधिकारी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया और आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी।

सूत्रों का कहना है कि 35 वर्षीय आसाराम गुर्जर पुत्र दीवान सिंह गुर्जर का करौली जिले के मासलपुर कस्बे में तहसीलदार के पद पर स्थानांतरित हुआ था। तहसीलदार के पद पर पदभार ग्रहण करने के 2 दिन पूर्व आसाराम के ग गांव घड़ी जखौदा आए थे और शनिवार की दोपहर उन्होंने खेतों से निकल कर एक पेड़ से लटक कर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मौके पर पहुंचे किसान ने इसकी जानकारी उनके परिजनों को दी और परिजनों ने शव को अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि इनके दो भाई सरकारी अध्यापक ,तीसरा भाई आरएसी में है ,उनके पिताजी भी सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व भी आसाराम की शादी हुई थी उनकी बेटी भी है। आसाराम की पहली पोस्टिंग 2012 में अध्यापक के पद पर हुई और 2016 में वे आरएएस के तौर पर सेलेक्ट हुए ।2019 में धौलपुर जिले के नदबई , सैपऊ, बसेड़ी में उन्होंने अपने छोटे से कार्यकाल में पहचान बनाई । हालांकि अभी तक पुलिस को किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। लेकिन लोगों कहना है कि पारिवारिक कलह भी आत्महत्या का कारण हो सकता है क्योंकि मासलपुर तो उनके घर से ज्यादा दूर नहीं है और अधिकांश स्थानांतरण उनके आसपास के जिलों में ही रहे हैं तो ऐसी कोई समस्या लग नहीं रही है लेकिन फिर भी उनके पारिवारिक सदस्यों ने आत्महत्या के कारणों में स्थानांतरण को भी माना है पुलिस इन तमाम पहलुओं पर जांच कर रही है।

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