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मुरलीपुर गांव में फूड प्वाइजनिंग से 100 से अधिक लोगों की बिगड़ी तबीयत,
मुरलीपुर गांव में पहुंची मेडिकल टीम,
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100 से अधिक लोगों की तबीयत खराब होने से प्रशासन की मॉनिटरिंग पर उठे सवाल,

दौसा । जिले के के मुरलीपुरा गांव में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। रविवार को ग्रामीणों ने गांव में ही शादी समारोह में खाना खाया था जिसके बाद आज सुबह से ही ग्रामीणों की तबीयत खराब होना शुरू हो गई। इस दौरान ग्रामीणों को उल्टी दस्त व पेट दर्द में शिकायत होने लगी
सुबह कुछ लोगों को की तबीयत बिगड़ी थी लेकिन शाम होते-होते तबीयत बिगड़ने वालों की संख्या 100 से अधिक हो गई। इधर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ जाने के बाद मेडिकल विभाग की टीम गांव में पहुंची और ग्रामीणों का उपचार शुरू किया। इधर अनेक ग्रामीणों को सिकंदरा, मानपुर, सिकराय और दौसा जिला अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कि करीब 100 से 150 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। फिलहाल रात में ही मेडिकल विभाग की टीम ने गांव में डेरा डाल रखा है और बीमार लोगों का उपचार किया जा रहा है। सिकराय के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ अमित मीणा ने बताया कि वर्तमान में गांव में करीब 60 से 70 लोगों की तबीयत खराब है जिनका उपचार किया जा रहा है। वही ग्रामीणों का दावा है कि करीब 150 लोगों की तबीयत खराब हुई है जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है वहीं करीब 70 लोगों का उपचार गांव में ही मेडिकल विभाग की टीम कर रही है। इधर शादी समारोह में 100 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ जाने के बाद स्थानीय प्रशासन की मॉनिटरिंग की भी पोल खुल गई है। राज्य सरकार ने कोविड-19 को देखते हुए शादी समारोह में केवल 50 लोगों की ही अनुमति दे रखी है। इसके बावजूद भी शादी समारोह में खाना खाने वाले 100 से अधिक लोगों की तबीयत खराब होना निश्चित रूप से स्थानीय प्रशासन की मोनेटरिंग की पोल खोलती है। फिलहाल प्रशासन और चिकित्सा विभाग की प्राथमिकता है कि बीमार लोगों का उपचार कराया जाए, किसी को देखते हुए गांव में मेडिकल टीम तैनात की गई है।


शादी समारोह में खाना खाने से बिगड़ी है लोगों की तबीयत,
शादी में 50 लोगों की अनुमति देने की दी है छू

इतनी बड़ी संख्या में लोगों का शामिल होना प्रशासनिक चू

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दौसा। दौसा के मुरलीपुर गांव में फूड प्वाइजनिंग का मामला सामने आया है। रविवार को ग्रामीणों ने गांव में ही शादी समारोह में खाना खाया था जिसके बाद आज सुबह से ही ग्रामीणों की तबीयत खराब होना शुरू हो गई। इस दौरान ग्रामीणों को उल्टी दस्त व पेट दर्द में शिकायत होने लगी
सुबह कुछ लोगों को की तबीयत बिगड़ी थी लेकिन शाम होते-होते तबीयत बिगड़ने वालों की संख्या 100 से अधिक हो गई। इधर बड़ी संख्या में ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ जाने के बाद मेडिकल विभाग की टीम गांव में पहुंची और ग्रामीणों का उपचार शुरू किया। इधर अनेक ग्रामीणों को सिकंदरा, मानपुर, सिकराय और दौसा जिला अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया है। बताया जा रहा है कि करीब 100 से 150 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं। फिलहाल रात में ही मेडिकल विभाग की टीम ने गांव में डेरा डाल रखा है और बीमार लोगों का उपचार किया जा रहा है। सिकराय के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ अमित मीणा ने बताया कि वर्तमान में गांव में करीब 60 से 70 लोगों की तबीयत खराब है ,जिनका उपचार किया जा रहा है। वही ग्रामीणों का दावा है कि करीब 150 लोगों की तबीयत खराब हुई है जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार जारी है, वहीं करीब 70 लोगों का उपचार गांव में ही मेडिकल विभाग की टीम कर रही है। इधर शादी समारोह में 100 से अधिक लोगों की तबीयत बिगड़ जाने के बाद स्थानीय प्रशासन की मॉनिटरिंग की भी पोल खुल गई है। राज्य सरकार ने कोविड-19 को देखते हुए शादी समारोह में केवल 50 लोगों की ही अनुमति दे रखी है। इसके बावजूद भी शादी समारोह में खाना खाने वाले 100 से अधिक लोगों की तबीयत खराब होना निश्चित रूप से स्थानीय प्रशासन की मोनेटरिंग की पोल खोलती है। फिलहाल प्रशासन और चिकित्सा विभाग की प्राथमिकता है कि बीमार लोगों का उपचार कराया जाए, किसी को देखते हुए गांव में मेडिकल टीम तैनात की गई है।

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