जयपुर । राठौड़ वंश की कुलदेवी नागणेची की डॉक्यूमेंट जल्द ही आम लोगों के लिए रिलीज होगी। नागणेची माता का अपना एक अलग स्थान है और देश में बड़ी संख्या में लोग नागणेची माता के उपासक है।

नागणेची माता को लोग आदि शक्ति मां नागनेचा के नाम से भी पुकारते है। माता पर बनी डॉक्युमेंट्री फिल्म बहुत जल्द रिलीज होगी राष्ट्रकूट, जिन्होंने हजारों वर्षों तक देश के अधिकांश भाग पर शासन किया, जो बाद में राठौर कहलाए। यह राठौर वंश आदि शक्ति के रूप में अपनी कुलदेवी, चक्रेश्वरी को मानता था, जिसे मारवाड़ के नागाना गांव में 13वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था और इसे नागनेचिया जी माता के नाम से जाना जाने लगा। नेट स्कोप एंटरटेनमेंट से महेंद्र सिंह मेड़तिया , बलवंत सिंह चिराणा, दिव्यजोत सिंह और नेटस्कोप की टीम व विशेष अतिथि के रूप मे योगेश मिश्रा व फिल्म के निर्देशक करण सिंह व उनकी टीम और राजपूत सभा भवन के गणमान्य सदस्य भी मौजूद रहे सात सौ साल बाद देवी नागनेचिया का भव्य मंदिर, मारवाड़ के पूर्व शासक महाराजा गज सिंह द्वितीय, जो राव धुहड़ की 36वीं पीढ़ी में हैं। राव धुहड़ ने नागाना गांव में मां नागनेचिया का एक छोटा सा मंदिर बनवाया था। जो अब उनके 36वें वंशजों द्वारा बनवाया जा रहा है। राठौर के अलावा, माता नागनेचिया कई अन्य जातियों की कुलदेवी भी हैं। जो पूरे भारत, गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, पंजाब और पूर्वी और दक्षिणी भारत के अन्य हिस्सों में निवास करती हैं। साल में एक बार जरूर जाना चाहिए। इस पवित्र धाम में प्रतिदिन हजारों लोग आते हैं और मां का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। वर्तमान में यहां भव्य मंदिर का निर्माण किया गया है। विशाल धर्मशालाएं, गेस्ट हाउस, फूड हॉल आदि का निर्माण किया गया है। यह पवन धाम जन आस्था का प्रसिद्ध स्थान है। लाखों लोगों का पूजा स्थल एक चमत्कारी स्थान है, जो आस्था, आध्यात्मिकता और परंपरा का एक सुंदर तीर्थ स्थान है। नेटस्कोप की टीम, जिसने एक वृत्तचित्र फिल्म का निर्माण किया है, जिसका ट्रेलर और पोस्टर और शीर्षक गीत आज जारी किया गया है।

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