जयपुर। देश में बढ़ते कोरोना ओमिक्रोन के खतरे को देखते हुए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में नाइट कर्फ्यू को सख्ती से लागू करने की बात कही है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक से कहा कि राजस्थान में लाइट करती हूं पहले से ही लागू है अब इस पर सख्ती करनी है रात्रि 11:00 बजे से लेकर सुबह 5:00 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा इसके साथ ही जो लोग वैक्सीनेशन नहीं करा रहे हैं, उन्हें सुविधाओं से वंचित करने की चेतावनी देनी पड़ेगी, जिससे वे वैक्सीनेशन कराने के लिए आगे आये। और चेतावनी के बावजूद भी यदि कोई वैक्सीनेशन नहीं करवाता है तो राजस्थान और अन्य सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता बंद कर दी जाए। मुख्यमंत्री ने यह बात मुख्यमंत्री आवास पर कोविड-19 बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञ डॉक्टरों से राय के बाद कही।

सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी आश्चर्यजनक

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कुछ दिनों पूर्व सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान में कोरोनावायरस हुई मौतों और उनको परिजनों को मुआवजा नहीं देने को लेकर राजस्थान सरकार को फटकार लगाने की बात कही है। जबकि हकीकत यह है कि राजस्थान में सरकार ने कोरोना से हुई मौतों की संख्या छुपाई है, और ना ही मुआवजा देने में दूसरे प्रदेशों से पीछे रहे हैं। राजस्थान में 8000 से ज्यादा कोरोना से मौतें हुई। और सरकार की ओर से 8000 विधवाओं को पेंशन दी जा रही है । सभी को कोरोना के अनुसार मुआवजा राशि भी दी गई है। राजस्थान कोरोना से दिवंगत लोगों के परिजनों को मुआवजा देने में देश में सबसे आगे हैं । सबसे पहले राजस्थान में ही कोरोना से दिवंगत हुए लोगों के परिजनों को मुआवजा दिया गया। राजस्थान सरकार कोरोना को लेकर सरकार पहले दिन से ही गंभीर है और मैं बताना चाहता हूं कि राजस्थान में मैं तो ना तो मुख्यमंत्री स्तर पर, ना कलेक्टर स्तर पर ,और ना ही सीएमएचओ स्तर पर हमने किसी तरह की मौतें छुपाने की बात कही है और ना ही भविष्य में कहेंगे। हम तो हकीकत ही केंद्र सरकार के सामने रख रहे हैं । लगातार मीडिया में भी हमने बताइ है। इसके बावजूद न जाने न जाने कौन सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगा रहे हैं और फिर सुप्रीम कोर्ट सरकार का पक्ष सुने बिना जाने ही इस तरह की टिप्पणियां भी कर रहे हैं ये समझ से परे है। मीडिया को कम से कम इस मामले में स्पष्ट बात रखनी चाहिए।

धर्मगुरु, राजनीतिक दलों के नेता आगे आएं

मुख्यमंत्री ने कहा कि विक्रम को लेकर देश में घबराहट हो रही है इसलिए सभी धर्मों में राजनीतिक पार्टियों के प्रमुख और स्वयंसेवी संस्थाओं से जुड़े हुए लोग सरकार के साथ मिलकर इस से निपटने में मदद करें राजस्थान में सरकार इन सब का सहयोग नेगी और पहले की तरह कदम उठाएगी।

पीएम मोदी रियू मीटिंग ले रहे है मामला गंभीर है

मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रधानमंत्री रिव्यू मीटिंग ले रहे हैं ,इससे साफ है कि मामला गंभीर है ।स्थिति बिगड़ गई तो हालात काबू में करना मुश्किल होगा । ऐसी स्थिति में सभी को पहले से ही सावधानी बरतनी होगी ।कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना होगा । उन लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करना होगा जिन्होंने अभी तक नहीं लगवाई है। बूस्टर डोज के लिए भी बात करनी होगी।

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