अलवर। खबर अलवर जिले से है जहां मंगलवार रात को हैवानियत की सारी हदें पार हो गई। एक 16 साल की मूक-बधिर किशोरी से निर्भया से भी ज्यादा दरिंदगी हुई । कर्मचारी कॉलोनी के पास दरिंदों ने मूक-बधिर बालिका से ना केवल गैंग रेप किया बल्कि उसके शरीर और आत्मा को भी बुरी तरह से जख्मी कर दिया। दरिंदों ने धारदार और नुकीले हथियार से बालिका के प्राइवेट पार्ट को भी क्षत-विक्षत कर हत्या का प्रयास किया । इसके बाद भी जब उनका मन नहीं भरा तो वे पीड़िता को गाड़ी से ओवरब्रिज पर फेंक गए। जिसे बाद में परिजन लहूलुहान हालत में जयपुर के जेके लोन अस्पताल लेकर आए ।यहां पर 7 डॉक्टरों की एक टीम ने 3 घंटे लगातार ऑपरेशन कर किशोरी की जान तो बचा ली, लेकिन अभी भी हालात स्थिर बनी हुई है। सबसे खास बातें की बच्ची मुखबिर होने के कारण यह बात किसी को बता भी नहीं सकती। बेशर्म पुलिस अभी हवा में हाथ पैर मार रही है। दरिन्दों का कोई सुराग नहीं लगा।

माता पिता मजदूर

बताया जा रहा है कि पीड़िता के माता-पिता दोनों मजदूर है ।मुक बधिर बेटी के अलावा एक बेटी और एक बेटा और भी है ।ग्रामीणों ने बताया कि पीड़िता मंगलवार दोपहर करीब 12:00 बजे खेत के कच्चे रास्ते से होती हुई सड़क किनारे पहुंची थी ।उसके बाद उसे किसी ने नहीं देखा, इसके बाद रात को गैंगरेप की जानकारी मिली । जिसने भी सुना हतप्रभ रह गया।

पीड़िता के परिजनों को मदद

घटना की जानकारी मिलने के बाद चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, सामाजिक न्याय मंत्री टीका राम जुली, उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, प्रमुख सचिव हेल्प वैभव गालरिया , उद्योग मंत्री शकुंतला रावत, बाल कल्याण आयोग की अध्यक्ष बेनीवाल अस्पताल पहुँचे। पीड़िता के इलाज का जायजा लिया। सरकार की तरफ से पुरी मदद का भरोसा दिलाया। साढ़े तीन लाख रुपये की सहायता राशि सौपी।

पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी फुटेज

पुलिस ने बुधवार को 25 किलोमीटर दायरे में 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन अभी तक दरिंदों का कोई सुराग नहीं लग सका है। पुलिस यह भी पता कर नहीं पाएगी किशोरी को किस वाहन से फेंका गया। मामले की जांच एसआईटी को सौंपी गई है। जयपुर से स्पेशल टीम अलवर पहुंची। असिस्टेंट डायरेक्टर राजेश सिंह बोले किशोरी को ओवर ब्रिज के किनारे गाड़ी लगाने के बाद फेंक कर चले गए। पुलिस तमाम पहलुओं की जांच कर रही है ,जिस खेत में मजदूरी करते थे वहां भी लोगों से पूछताछ की जा रही है।लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ खाली ही है।

डॉक्टर बोले हालात स्थिर

जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक डॉ अरविंद शुक्ला के अनुसार बच्ची की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। गैंगरेप के बाद किसी नुकीली चीज से उसके पार्ट्स को बुरी तरह से जख्मी कर दिया गया। इससे प्राइवेट पार्ट और मलद्वार एक हो गया जिसके कई ऑपरेशन किए गए।

वसुंधरा, पूनियां सहित कई नेताओं ने की निंदा

घटना की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया, विधानसभा में उपनेता राजेंद्र सिंह राठौड़, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री कालीचरण सराफ सहित कई नेताओं ने निंदा की है। वसुंधरा राजे ने कहा कि इस घटना ने न सिर्फ राजस्थान को शर्मसार किया है। बल्कि कांग्रेस सरकार की लचर कानून व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है, सरकार शून्य हो गई है।

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