हनी ट्रैप हरित हरित रेप हनी ट्रैप के आरोपी युवक युवती

जोधपुर। पुलिस को बड़ी सफलता मिली है जोधपुर में होटल की सातवीं मंजिल से कूदकर सुसाइड का प्रयास करने वाली मॉडल से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा हुआ है।पुलिस ने बताया कि मॉडल के परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को उदयपुर में दीपिका और अक्षत नाम के लोगों ने साड़ी और ज्वेलरी की मॉडलिंग के नाम पर बुलाया था।वह उनके साथ काम कर रही थी और फिर इन दोनों ने भीलवाड़ा में सर्किट हाउस के सामने एक होटल में ठहराया और शूटिंग करने की बात कही ।

मंत्री राम लाल जाट को फंसाने की थी साजिश

अक्षत ने मॉडल गुनगुन को मंत्री रामलाल से एक फाइल पर साइन करवाने के लिए दबाव बनाया इस पर मॉडल ने मना कर दिया कि वह मंत्री को नहीं जानती है। ऐसे में मंत्री के पास नहीं जाएगी। इस पर दीपिका और अक्षत ने मॉडल गुनगुन उपाध्याय से कहा कि उनके पास उसके अश्लील वीडियो है जो उन्होंने होटल में रहने के दौरान बनाए हैं। यदि वह मंत्री के पास नहीं जाएगी तो इसे वायरल कर दिया जाएगा । डर से मॉडल ने मंत्री रामलाल जाट के पास सर्किट हाउस में जन सुनवाई के दौरान जाना स्वीकार किया ।इसके बाद मॉडल खुद और दीपिका एक फाइल लेकर मंत्री के पास पहुंची और मंत्री ने किसी फाइल को मंजूर करने से इंकार कर दिया। बताया जा रहा है कि फिर मॉडल गुनगुन पर मंत्री को फसाने के लिए दबाव बनाया इस पर मॉडल ने इंकार कर दिया ।जब मॉडल ने इनकार किया तो अक्षत और दीपिका ने उसे कहा कि उनके पास जो वीडियो है उसे वायरल कर दिया जाएगा । इस पर मॉडल ने साफ इंकार कर दिया और वह भीलवाड़ा से जोधपुर चली गई ।जाने से पूर्व उसने अपने माता-पिता को भी इस बात की जानकारी दी कि उसे जानबूझकर हनी ट्रैप करने के लिए मोहरा बनाया जा रहा है । इन दोनों की साजिश मंत्री रामलाल को भी फसाने की है। वह इन दोनों के चंगुल से निकलकर जोधपुर पहुंच रही है ।जोधपुर स्टेशन पर उनके पिता मॉडल को लेने पहुंचे ।लेकिन मॉडल सीधे होटल में चली गई और होटल से उसने छलांग लगा दी । लेकिन अच्छी किस्मत के चलते मॉडल बच गई । पुलिस ने बताया कि उनकी हालत में सुधार है और उसके परिजनों के बयान के आधार पर ही दीपिका और अक्षत से पूछताछ की गई तो अक्षत ने बताया कि उनकी प्लानिंग मंत्री से कोई कार्य निकलवाने की थी ।

अक्षत दीपिका करते हैं इसी तरह से काम

इसी के तहत उन्होंने मॉडल उनके पास भेजी थी लेकिन मंत्री उनके झांसे में नहीं आए । वे भी तरह से मंत्री को हनि ट्रेप में फँसाते उससे पहले ही भांडा फूट गया । माना जा रहा है कि रामलाल जाट को इस बात की जानकारी नहीं थी वे उन्हें फंसाने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने सामान्य तौर पर जिस तरह से लोग काम के सिलसिले में नेताओं से मिलते हैं उसी तरह दिन में 11:30 बजे आम लोगों के साथ इन लोगों से बातचीत की थी और बातचीत के दौरान होने काम होने से इनकार कर दिया था, इससे ज्यादा जानकारी नहीं है पुलिस बता रही है।

पूर्ववर्ती सरकार में भी जाट पर लगे थे आरोप

आपको बता बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पूर्ववर्ती सरकार के दौरान भी रामलाल जाट पर इस तरह के आरोप लगे थे जिसके चलते उन्हें अपने पद से इस्तीफा तक देना पड़ता पड़ा था।

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