बूंदी। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुंबई में नाबालिक बच्ची की हत्या और बेमेतरा आरोपियों को कोर्ट के फांसी के सजा सुनाए जाने पर ट्वीट करके अदालत के फैसले का स्वागत किया है साथ ही उन्होंने एक बयान जारी कर कहा है कि जैसे ही उन्हें मामले की जानकारी मिली। 23 दिसंबर को एक नाबालिग से गैंगरेप और हत्या के मामले में दोनों आरोपियों को आज कोर्ट में मृत्युदंड की सजा सुनाई है। इस केस में प्रदेश सरकार ने विशेष वकील की नियुक्ति की थी। एवं केस ऑफिसर स्कीम मामले को लेकर पुलिस ने तीन दिन में चालान पेश किया । यह प्रदेश में पॉक्सो एक्ट का पहला मामला है जिसमें 2 दोषियों को एक साथ फांसी की सजा सुनाई गई है ।
हर राज्य में ऐसी खबरें लगातार आती रहती है जो पूरे देश के लिए चिंता का विषय है । इस को ध्यान में रखकर हमने प्रदेश में कई नवाचार किए हैं । सबसे पहले हर अपराध की एफ आई आर दर्ज करना अनिवार्य किया गया है। महिला अपराधों की जांच के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व अलग से सेल बनाई गई है । फॉरेंसिक लैब की संख्या बढ़ाई गई है ।लीगल ऑफिसर की नियुक्ति की गई है जिससे कोई अपराधी अदालत से भी ना बच सके। केस ऑफिसर स्कीम में एक अधिकारी लगाया गया। इन सभी नवाचारों के कारण आज प्रदेश में हर पीड़िता को न्याय सुनिश्चित हो पा रहा है। हमारी सरकार आने के बाद पोक्सो एक्ट के मामलों में 8 दोषियों को फांसी, 137 से अधिक को आजीवन कारावास, समेत कुल 620 से अधिक दोषियों को सजा सुनाई जा चुकी है। प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। महिला अपराधों के किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा एवं अदालत के माध्यम से इन को अंजाम तक पहुंचाया जाएगा।