जयपुर। एएनआई- कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने राजस्थान में चल रहे सियासी उठापटक के बीच सोनिया गांधी से फोन पर बातचीत की। सचिन पायलट ने कहा कि मुख्यमंत्री यदि पार्टी अध्यक्ष पद पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं तो उन्हें सीएम रहना चाहिए। लेकिन सभी विधायकों को साथ लाने की जिम्मेदारी भी उऩ्हीं की है। अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ना है तो छोड़ना होगा मुख्यमंत्री का पद । अब .ये फैसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को करना है कि वे मुख्यमंत्री ही बने रहना चाहते है। या फिर मुख्यमंत्री का पद छोड़कर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर चुनाव लड़ना चाहते। तय करना गहलोत का काम है। सब विधायकों को साथ लेकर चलने का काम भी गहलोत का ही है।
हालांकि सचिन पायलट ने ट्विट कर एएनआई की खबर का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में सोनिया गांधी से मुलाकात के बगैर किसी भी तरह की कोई बयानबाजी नहीं करेंगे। जो भी बात रखनी है वो बात सोनिया गांधी के सामने ही रखेंगे। उन्होंने एएनआई से संदर्भ में किसी भी बयान से इंकार किया है। इस खबर को पूरी तरह से झूठी खबर करार दिया है।