आलाकमान कहे तो सभी पदों से इस्तीफे देने को तैयार
हम हमारी बात आलाकमान तक पहुंचाना चाहते थे
जिन लोगों की वजह से सरकार संकट में पड़ी यदि सरकार उनके हाथों में होगी तो हमें कौन बचाएगा
जयपुर । जलदाय मंत्री महेश जोशी का कहना है कि में प्रभारी और पर्यवेक्षक अजय माकन की बातों से काफी आहत हूं। उऩ्होंने जो कहा है या तो हो सकता है हम अपनी बात उन्हें नहीं समझा सके या फिर वे हमारी बात नहीं समझ सके। अजय माकन कुछ बोले तो हमें दिक्कत नहीं है लेकिन जो विधायक कह रहे है कि हमने सबसे जबरने हस्ताक्षर कराए ये सरासर गलत है। हमने किसी पर कोई दबाव नहीं डाला। सबने मर्जी से हस्ताक्षर किए। विधायक दल का नेता चुनने से पूर्व ही रायशुमारी होती है। फिर रायशुमारी की बात कहां से आ गई। ये समझ से परे। हम आलाकमान को निर्देश नहीं दे सकते है। केवल निवेदन कर सकते हैं। पार्टी के प्रति वफादारी वो साबित करे जिन्हें बेवफा होने के आरोप लगे है। बयान से किसी का मखौल नहीं उड़ाना चाहिए। हम आलाकमान तक अपनी बात पहुंचाना चाहते थे। मुख्यमंत्री बनने या मंत्री बनने से कोई फर्क नहीं पड़ता। एक सवाल के जवाब में उऩ्होंने कहा कि राजेंद्र गुढ़ा के बयान पर बोले किसी का मखौल नहीं उड़ाना चाहिए। आज आनंद लेने वाले हो सकते है। जिसको आनंद लेना है वो ले। हम विरोधियों के लिए सम्मानजनक शब्दों का उपयोग करते है। राजेंद्र गुढ़ा तो हमारे अपने है। उन्हें मर्यादित भाषा का उपयोग करना चाहिए।
धारीवाल ने किसी को नहीं बुलाया
उन्होंने साफ कहा कि हमने किसी को शांति धारीवाल जी के घर पर नहीं बुलाया। सभी विधायक अपने आप गए। हमारी वफादारी में कमी होती तो सरकार कभी की गिर गई होती। कोई हमारी वफादारी पर शक करेगा तो हम बार – बार वफादारी का सबूत देंगे।
जोशी ने नोटिस मिलने से किया इंकार
महेश जोशी ने कहा कि अभी तक उन्हें किसी तरह का नोटिस नहीं मिला है। जब नोटिस मिलेगा उसका जवाब दिया जाएगा। उसमें वे सारे बिंदू रखे जाएंगे। जो हमने अजय माकन के सामने रखे थे। नोटिस के जवाब में आलाकमान को मैं पूरी बात बता सकूंगा।
जिन लोगों के कारण हम होटलों में गए उनसे कौन बचाएगा
महेश जोशी का बड़ा सवाल ये है कि सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने के बाद हम जिन लोगों के कारण होटलों में सरकार बचाने गए उनसे हमें कौन बचाएगा। उन्होंने कहा कि मेरे सभी पदों से इस्तीफा देने से सरकार और पार्टी को फायदा होता है तो वे आज ही सभी पदों से इस्तीफे दे देंगे। पर हमारे मान- सम्मान को भी तो बचाया जाए।