बारां। खबर बारां जिले है जहां दलित परिवारों ने सामान्य वर्ग की आए दिन की मारपीट और गुंडागर्दी से परेशान होकर बौद्द धर्म स्वीकार कर लिया। जिला बैरवा महासभा युवा मोर्चा के अध्यक्ष बाल चंद बैरवा ने बताया कि भूलोन गांव में 5 अक्टूबर को दलित समुदाय के युवकों ने राजेंद्र और राम हेत एयरवाल ने मां दुर्गा की आरती का आयोजन किया था। इन युवकों से राहुल शर्मा और लालचंद लोधा ने मारपीट की थी । इन लोगों का आरोप है कि इसे लेकर पुलिस प्रशासन, मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक न्याय की गुहार लगाई । लेकिन आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन में किसी तरह की कार्यवाही नहीं की गई। इससे नाराज होकर समाज के और सभी यहां निवास करने वाले दलित समाज के ढाई सौ परिवारों ने सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन का फैसला लिया। शुक्रवार को गांव में आक्रोश रैली निकाली गई। इसके बाद घरों में देवी-देवताओं की प्रतिमाओं और तस्वीरों को निकालकर सभी को नदी में सब तस्वीरों का विसर्जन कर दिया गया।
एसडीएम ऑफिस पर प्रदर्शन किया
बालमुकुंद बैरवा ने कहा कि अगर मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो छपरा एसडीएम ऑफिस पर प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने राज्य में कानून व्यवस्था ठप होने और दलितों पर अत्याचार करने का आरोप लगाया । इस दौरान रमेश मराठा, बद्री लाल बैरवा, महेंद्र मीणा, पवन मेघवाल, शेखर बैरवा सहित अन्य प्रतिनिधि मौजूद रहे।
वहीं दूसरी ओर एसपी कल्याण मल मीणा का कहना है कि थाना बापचा में 5 अक्टूबर को अनुसूचित जाति के व्यक्ति ने एक मुकदमा दर्ज कराया था। मामले में नामजद एक ही व्यक्ति था पुलिस ने एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसके कुछ दिनों से कुछ लोगों पर भी और तो पुलिस की भी जांच कर रही है जो भी दोषी होगा कार्यवाही की जाएगी। धर्म परिवर्तन को लेकर कोई जानकारी नहीं है।