कार पलटी खाकर घर में घुसी , बाल बाल बचा परिवार

ड्रीम आफ फ्यूचर नामक बार से निकले थे तीन युवक और दो युतियां

कर सवाल दो युवक एक घायल एक ही एक व्यक्ति की हालत गंभीर

इनोवा फियस्टा कार में सवार नशे में धुत बताई जा रहे थे सभी दो यू वर्क हेल्प यू थे की हालत गंभीर

परमानंद बैरवा की मौके पर हुई मौत

2युवक घायल, यूवती की हालत गंभीर

सवेरे 5:बजे झालाना स्थित केंद्रीय विद्यालय के सामने हुआ हादसा

पुलिस ने नहीं ली मृतक के परिजनों की तहरीर

अज्ञात ड्राइवर के नाम लिखी रपट

बड़े अधिकारी का बेटा बताया जा रहा है टक्कर मारने वाला युवक

जयपुर। सवेरे 5:00 बजे रोजगार की तलाश में जा रहे हैं झालाना डूंगरी निवासी परमानंद बैरवा को केंद्रीय विद्यालय के सामने स्थित नगर निगम के सामुदायिक केंद्र के सामने इनोवा फियस्टा कर संख्या RJ 14 _UN_31 11 ने टक्कर मार दी ।टक्कर लगने के साथ ही बाइक सवार परमानंद बैरवा की मौके पर ही मौत हो गई । मृतक की पहचान आसपास के लोगों ने मृतक के पास स्थित आई कार्ड से की और उनके परिजनों को सूचना दी। घटनास्थल से 1 किलोमीटर दूर ही मृतक का परिवार रहता है। ऐसे में कुछ ही देर में पूरा परिवार और कॉलोनी के लोगों की लोग इकट्ठे हो गए और सीधे अस्पताल पहुंचे ।

कार सवार युवक ट्रॉमा में भर्ती
हादसे में चकनाचूर हुई कार

इनमें से कुछ लोग ट्रॉमा सेंटर पहुंचे तो वहां पर कार सवार तीन युवक और दो यूतियों का इलाज चल रहा था। उनके भी मामूली चोटे आई थी उनमें से एक युवक सौरभ मीना ने बताया कि भगवान ने हमें बचा लिया,लेकिन बाइक सवार की मौत हो गई। सौरभ मीना के पिता का नाम मानसिंह मीणा बताया जा रहा है जो जो कोटा में किसी बड़े ओहदे पर कार्यरत है।

कार सवार घायल युवक की पहचान
घटनास्थल पर मौजूद पुलिसकर्मी

सौरभ भी घायल हुआ है जब यह बात बताई तो उसको पता नहीं था कि जिससे वह बात कर रहा है वह व्यक्ति मृतक का ही रिश्तेदार है आरोपी ने बताया बताया कि वह पांच लोग जा रहे थे और अचानक तेज गति से जाते समय एक बाइक सवार को टक्कर लग गई जिसके चलते हादसा हो गया और उनकी गाड़ी इतनी तेज थी कि युवक को टक्कर मारने के बाद एक झोपड़ी मकान में घुस गई मकान भी टूट गया गाड़ी भी पूरी तरह से खत्म हो गई है लेकिन उनके मामूली चोटे आई है गाड़ी नंबर और बार कैफे से यह लोग निकल कर जा रहे थे ,उस बार का टैग उनमें से एक लड़की के हाथ पर मृतक के परिजन ने पढ़ लिया। जिस पर लिखा था ड्रीम आफ फ्यूचर ।सभी के मुंह से शराब की बदबू भी आ रही थी जिसे साफ है की यह हादसा नशे में हुआ है।

गाड़ी ने जिस हिसा से पहले बाइक सवार को टक्कर मारी और उसके बाद एक मकान में घुसी है जाहिर सी बात है की गाड़ी की रफ्तार बहुत तेज मानी जा रही थी ।इसी आधार पर जब परिजन थाने में मुकदमा दर्ज करने गए तो पुलिस ने एक तहरीर ले ली और कहा कि अज्ञात व्यक्ति के नाम मुकदमा दर्ज हो गया है, आप जाइए और उन्हें भेज दिया। लेकिन जब पीड़ितों ने कहा कि उन्हें पता है की टक्कर मारने वाला कौन है ऐसे में उसी के नाम पर रिपोर्ट लिखी जाए तो पुलिस वालों ने कहा कि नहीं ऐसा नहीं है। आप रिपोर्ट दे दो उसके बाद तहकीकात करेंगे,जब देखेंगे। बताया जा रहा है की टक्कर मारने वाला युवक सौरभ मीना किसी बड़े अधिकारी का बेटा है। और उसके साथ में जो लड़के लड़कियां थी वह भी पहुंच वाले बताए जा रहे हैं। जिसके चलते पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की । और उन पांच में से कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद छोड़ दिया गया। जबकि एक युवती की हालत गंभीर बनी हुई है । जाहिर सी बात है कि इस तरह के मामलों में रपट हो जाती है तो जमानत हो जाती है तो छोड़ दिया जाता है। लेकिन कम से कम मुकदमा तो आरोपी के नाम ही दर्ज किया जाता है । जब आरोपी की पहचान हो रही हो यह मामला हिट एंड रन के तहत दर्ज किया जाना चाहिए। शराब पीने और लापरवाही से कार चलाने की धाराओं में भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। जिसने 39 वर्षीय गरीब व्यक्ति की जान ले ली।

बूढी मां का छिना सहारा ,जवान पत्नी हुई बेवा, दो बच्चों के सर से छूटा पिता साया

कार की टक्कर से बाइक सवार परमानंद बैरवा की मौत हो गई जो 39 वर्ष का था और सुबह 5:00 बजे मजदूरी के लिए जा रहा था। हेलमेट भी लगा रखा था लेकिन कार की स्पीड इतनी तेज थी कि युवक को हेलमेट भी नहीं बचा सका। जिसके घर में बूढी मां, पत्नी और दो बच्चे हैं। जिनका कोई सहारा नहीं बचा है । जो व्यक्ति खुद दो वक्त की रोटी के लिए घर से निकला था लेकिन इस तरह नशे में धूत तेज रफ्तार कार ने उसे कुचल दिया और अब उसके परिवार को न्याय मिलना चाहिए। मृतक के परिवार को न्याय दिलाने का काम पुलिस का है लेकिन पुलिस मामले को रफ्ता करने में जुटी है और इस एकमात्र हादसा बनाने की कोशिश में ड्यूटी है जिन लोगों से एक्सीडेंट हुआ है उनको बचाकर किसी निर्दोष ड्राइवर को उसकी जगह खड़ा करने की कोशिश में लगी है । हादसे में घायल कर सवार युवकों का इलाज जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में चला है। दुर्घटना पुलिस भी झालाना में घटना स्थल पर पहुंची थी और वहां से 108 में मृतक और घायलों को लाया गया था । इसके बावजूद पुलिस इस मामले को गंभीरता से लेने की बजाय घायलों को जयपुरिया अस्पताल में बता रही है । जाहिर सी बात है कि यह ऊंची एप्रोच का मामला है। इसको लेकर लोगों में गुस्सा है लोगों ने रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। लोगों का कहना है कि इस मामले में जो सही मायने में आरोपी है उसके खिलाफ कार्यवाही हो पुलिस उसे गिरफ्तार करें और जो भी नियमानुसार मृतक के परिजनों को मुआवजा बनता है वह जिला कलेक्टर की ओर से तुरंत दिया जाना चाहिए । लेकिन पुलिस तो यहां ऊंची अप्रोच के चक्कर में मुकदमा ही दर्ज नहीं कर रही है और किसी ड्राइवर को इस मामले में फंसाने की कोशिश की जा रही है। जिससे ड्राइवर को बता दिया जाए और गाड़ी चला रहे युवक को बचना चाह रही है।

का नंबर जिस पर लाल प्लेट लगी हुई है
क्या पुलिस इस क्लब पर करेगी एक्शन

ड्रीम्स ऑफ़ द फ्यूचर क्लब से 4:45 बजे शराब पीकर निकलें 500 युवक युवतियों के मामले में पुलिस ने क्या कार्यवाही की इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है जबकि नियम अनुसार जिला प्रशासन को और पुलिस को इस क्लब पर भी कार्रवाई करनी चाहिए जिसमें देर रात तक शराब पहुंची गई यही नहीं पूरी रात भर युवक की मुखिया कलम में रहे जबकि 12:00 बजे बाद में क्लब में किसी भी तरह से शराब नहीं पड़ोसी जा सकती और नहीं किसी गेस्ट को वहां रुकने दिया जा सकता इस तरह का मामला बार-बार रुकने की बावजूद भी पुलिस ने अब तक क्यों नहीं एक्शन किया जबकि एक हिसाब से में एक युवक की मौत हो चुकी है और एक युवती की हालत गंभीर बनी हुई है यदि क्लब और बार में देर रात तक शराब पर उसे जाती है तो यह सरासर नियमों की धज्जियां उड़ाना है और पुलिस को इस तरह के बार-बार क्लब पर कार्रवाई करनी चाहिए। जिससे कि लोग देर रात तक शराब नहीं पिए। अतिरिक्त नशे में जब वह गाड़ी चलाते हैं तो इस तरह के हादसे होते हैं। जयपुर में अब तक इस तरह के हादसों ने करीब दो दर्जन लोगों की जान ली है ।इसके बावजूद पुलिस एक-दो दिन सक्रिय रहती है उसके बाद में वही हालत हो जाते हैं।

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