जयपुर। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति जनजाति एवं अल्पसंख्यक महासंघ नई दिल्ली की स्थाई समीति की बैठक 27 अप्रैल को तथा कार्यकारी समीति की बैठक 28अप्रैल को चेन्नई तमिलनाडू में की गई। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता एनयूबीसी महासंघ के फाउंडर सदस्य एवं राष्ट्रीय पदाधिकारी वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस सुवर्ण कुमार की अध्यक्षता में बैठक में राष्ट्रीय मुद्दों के साथ-साथ कार्यकारिणी के पदाधिकारियों द्वारा पूर्व में चल रहे कामकाज अत्यंत गंभीरता से चर्चा की गई। चार-पांच घंटे विस्तृत चर्चा के बाद पाया गया कि वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश यादव द्वारा ना तो एन.यू.बी.सी. संघठन कार्याकारिणी का गठन कर पाए हैं, ना ही उन्होंने आज तक सदस्यता ली तथा महासंघ के संविधान में प्रदत नियम एवं मूल सिद्धान्त के तहत कार्य नहींँ करने के कारण राष्ट्रीय कार्याकरिणी कमेटी ने गहरी चिंता जताते हुए उन्हे पद से हटाने का निर्णय लिया।
महासंघ के संविधान में संशोधन हेतु कार्यकारी समीति के सामने संशोधन बिन्दू रखने का निर्णय लिया गया। महासंघ की कार्यसमीति की बैठक में स्थाई समीति द्वारा लिये गये निर्णयों के तहत विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए निर्णय लिया गया की जगदीश यादव राष्ट्रीय अध्यक्ष को हटाकर एस गीता को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर नियुक्त किया जावे तथा महासंघ में सदस्यता अभियान चलाते हुए प्रत्यके प्रदेश में सदस्यता बढाते हुए सम्पूर्ण राष्ट्र के पांच संभाग बनाने का प्रस्ताव रखा गया। सभी बिन्दुओं पर स्थाई समीति द्वारा सहमति प्रदान की गई तथा संविधान् में भी कुछ बदलाव आवश्यक हो तो चौधरी ब्रहमप्रकाश की जयन्ती 16 जून को नई दिल्ली में आयोजित की जावेगी। उसमे राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने सुझाव दे सकती है।
राष्ट्रीय कार्यकारी समीति की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर एस गीता को राष्ट्रीय अध्यक्ष, सदस्यता अभियान एवं 5 संभाग बनाने का प्रस्ताव बैठक की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ उपाध्यक्ष एस सुवर्ण कुमार ने रखा। जिसकी सहमति महाराष्ट्र प्रदेश एनयूबीसी अध्यक्ष विटठल दादा राजे पवार, राजस्थान से राजपाल मीना, पश्चिम बंगाल कलकत्ता से सुब्रतो मोदक, तेलंगना से राजेन्द्र बाबू, केरला तमिलनाडू से रामालक्ष्मी, एस सुब्रमण्यम, चेन्नई से एम परमेश्वरी, कर्नाटक, पुदुचेरी, केरला, गुजरात ओडीसा, मध्यप्रदेश, गोवा. दिल्ली, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, लदाक, दिव दमण, अंडमान निकोबार, डॉ सुब्रमण्यम, एस लक्ष्मण आदि राज्य द्वारा उपस्थित एनयूबीसी के सभी सदस्य और कार्यकारिणी समिती के द्वारा लिया और पहली बार एनयूबीसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर एनयूबीसी की 37 वर्ष तक कार्य कर रही अनुभवी एवं सभी भाषाओं का ज्ञान रखेन वाली महिला को नियुक्त करने का संघटन की ओर से जोरदार समर्थन किया गया। सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने तालियां बजाकर अभिनंदन किया और मान्यता दी। एस गीता राष्ट्रीय अध्यक्ष को निर्देशित किया गया है कि पूर्व में जो कार्यकारिणी में पदाधिकारी है उनका चयन सभी प्रदेश पदाधिकारियों से मुलाकात और उनके सजेशन के तहत कर 3 माह में समस्त प्रदेशों को सूचित करे। तथा कार्यकारी समीति ने महासंघ को आगे बढाने के लिए समस्त अधिकार एस गीता को प्रदान किए गए।