जयपुर। राजस्थान के छह जिलों में हुए पंचायतीराज चुनावों के नतीजों पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पिछले एक साल से भाजपा के केन्द्रीय मंत्री एवं स्थानीय नेता लगातार मेरे खिलाफ बयानबाजी कर रहे थे। भाजपा के मुख्यमंत्री पद के छह दावेदारों ने बिना तर्कों एवं तथ्यों के मेरे एवं प्रदेश सरकार के खिलाफ बयानबाजी की। मैंने कभी इनका जवाब नहीं दिया लेकिन आज जनता ने मुंहतोड़ जवाब देकर इनका मुंह बन्द कर दिया है। भाजपा के नेता जनकल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने की बजाय अनर्गल बयानबाजी करते हैं। भाजपा के नेता समझ नहीं रहे हैं कि उनकी नकारात्मक राजनीति को जनता ने खारिज कर दिया है एवं प्रदेश सरकार के कोविड प्रबंधन, जनकल्याणकारी योजनाओं एवं सुशासन का स्वागत किया है।
गहलोत ने कहा कि जनता ने कांग्रेस को आशीर्वाद देकर बड़ा जनादेश दिया है और गांवों की सरकार से बीजेपी का सफाया कर दिया है। इन चुनाव परिणामों में किसानों और ग्रामीण जनता का भाजपा के प्रति गुस्सा स्पष्ट तौर पर दिखाई दिया है। इन चुनावों में भाजपा के केन्द्रीय मंत्रियों तक ने प्रचार किया लेकिन जनता इनके झूठ और दुष्प्रचार में नहीं आई। प्रदेश सरकार द्वारा दिए जा रहे सुशासन पर जनता ने मुहर लगाई है और 2023 में पुनः कांग्रेस की सरकार बनाने का रास्ता भी जनता ने तय कर दिया है।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को 32 महीने हो गए हैं लेकिन यहां कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है और यहां हुए हर चुनाव में जनता ने कांग्रेस का साथ दिया है। विधानसभा उपचुनाव, नगरीय निकाय एवं पंचायतीराज चुनावों में जनता ने कांग्रेस को भरपूर आशीर्वाद दिया है एवं भाजपा को स्पष्ट संदेश दिया है कि वो राजस्थान में सरकार में आने के सपने देखना छोड़ दे। राजस्थान की जनता ने प्रदेश सरकार की सभी जनहितकारी योजनाओं को अपना समर्थन दिया है एवं भाजपा को अहंकार के कारण मुंह की खानी पड़ी है। देश एवं प्रदेश की जनता ने मन बना लिया है कि अब आने वाले हर चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया कि 4 सितंबर को आए नतीजों में 1564 वॉर्ड में से 670 वॉर्ड्स ( 42.77%) में कांग्रेस, 551 वॉर्ड्स (35.17%) में भाजपा एवं 371 वॉर्ड्स में निर्दलीयों ने जीत दर्ज की। अधिकांश निर्दलीय भी कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार ही हैं। 78 पंचायत समितियों में से 50 पंचायत समितियों में कांग्रेस के प्रधान बने हैं। भाजपा कांग्रेस के आधे 25 प्रधान ही बना सकी है। इनमें से भी 10 प्रधान महज 1 वोट के अंतर से ही जीते हैं। इसी प्रकार जिला परिषद के 200 वॉर्ड्स में भी कांग्रेस 99 वॉर्ड्स, भाजपा 90 वॉईस एवं 11 वॉर्डस अन्य ने जीते। 6 में से 4 जिला परिषदों में कांग्रेस को बहुमत मिला। कांग्रेस ने 3 जगहों पर अपने जिला प्रमुख बनाए हैं। गहलोत ने कहा कि कल तक सरकार पर सत्ता का दुरुपयोग का आरोप लगा रही भाजपा ने जयपुर जिला परिषद में हॉर्स ट्रेडिंग का सहारा लेकर अपना जिला प्रमुख बनाया है। यदि कांग्रेस सरकार पूर्ववर्ती भाजपा सरकार की भांति सत्ता

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published.