जयपुर। जगतपुरा स्थित विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी में शनिवार को अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर का उद्घाटन एआईएम, नीति आयोग के निदेशक डॉ चिंतन वैष्णव ने किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, अब तक के जो सेंटर्स हैं, वो अटल इंक्यूबेशन सेंटर हैं, पर आज जो चालू होने जा रहा है, वह अटल कम्यूनिटी इनोवेशन सेंटर है। यह पहला सेंटर है, स्कीम का है, जो ग्रासरूट इनोवेटर, यानी हमारे गांव, कस्बों, छोटेशहरों से जो छोटे-छोटे इनोवेशन हो रहे हैं, उनको प्रोत्साहन कैसे मिले। उसकी एक इकोसिस्टम तैयार करने का दिशा में यह पहला सेंटर है। हमारी स्कीम में 50 सेंटर खोलने का लक्ष्य है, जिसमें यह पहला सेंटर है।
इस मौके पर वीजीयू के सीईओ ओंकार बागरिया ने अपने संबोधन में बताया कि पूरे भारत में यह पहला केंद्र होगा जिसे भारत सरकार की अटल इनोवेशन मिशन (एआईएम) , नीति आयोग के प्रोजेक्ट के तहत अटल कम्युनिटी इनोवेशन (एसीआईसी) सेंटर के रूप में स्थापित किया जा रहा है। प्रथम पैनल में चर्चा का विषय था -” स्टार्ट अप के लिए वित्त पोषण के अवसर और पारिस्थितिकी तंत्र” जिसे विनय मोदी द्वारा संचालित किया गया। इसके पैनलिस्ट वरुण कोगटा – संस्थापक, कोटा फाइनेंस, सुशील शर्मा, अर्पिता अग्रवाल, रवि माथुर, अरिजीत भट्टाचार्य थे और सभी ने स्वीकार किया कि यह सेंटर हेंडी क्रॉफ्ट, क्रॉफ्ट, आर्ट, लाइफ स्टाइल, डिजाइन, एग्रीकल्चर जैसे उद्दमों को सस्टेनेबल डवलपमेंट गोल को मूर्तरूप देने एवं उनके विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा। जो व्यवसायी व कलाकार अपनी कला को ओर निखारना चाहते हैं एवं उसे लाभकारी संख्या में परिवर्तित करना चाहते हें उनके लिए मददगार होगा। द्वितीय पैनल में देश में इनोवेशन/स्टार्टअप इकोसिस्टम बनाने के लिए- सरकारी हस्तक्षेप और सहायता प्रणाली विषय पर विस्तार से चर्चा की गई । इसे रमेश लोगनाथन के द्वारा संचालित किया गया। इसमें मुख्य रूप से डॉ चिंतन वैष्णव, निदेशक, एआईएम, नीति आयोग, भारत सरकार, मुग्दा सिन्हा – प्रमुख सचिव, डीएसटी,राजस्थान सरकार, डॉ एमजे खान -अध्यक्ष, इंडियन चैंबर ऑफ फूड एंड एग्रीकल्चर, चिंतन वैष्णव, अशोक चंद, दीपन साहू, प्रो विजय वीर प्रेसिडेंट वीजीयू पनेलिस्ट के तौर पर शामिल हुए l


तृतीय पैनल में “स्टार्टअप समुदाय के लिए भारत में महामारी के उपरांत मुद्दे और चुनौतियां ”विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। इसे परेश गुप्ता के द्वारा संचालित किया गया। इसमे मुख्य रूप से आयुष बंसल -वरिष्ठ निदेशक रणनीति, रेजरपे (भारत के सबसे बड़े स्टार्टअप में से एक), अनूप खंडेलवाल, अमित जैन – सीईओ और सह-संस्थापक -गिरनार सॉफ्ट एंड कारदेखो (जयपुर के सबसे बड़े स्टार्टअप में से एक) के संस्थापक, विश्वास श्रृंगी, रामेश्वर व्यास, डॉ. ललित के पंवार, चेयरमन वीजीयू पैनलिस्ट के तौर पर शामिल हुए l खास बात है कि एसीआईसी , वीजीयू फाउंडेशन अपने पहले आठ इनक्यूबेटीज को 5 से 10 लाख रुपए तक की सहायता राशि प्रदान करेगी और उद्यमियों को यहाँ उचित सलाह दी जायेगी ताकि वे अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकें।

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