शिकायत पर शिक्षिकाओं ने भी छात्रा को धमकाया

नाम काटने ,जिंदगी बर्बाद करने की दी धमकी

स्कूल में ही किया छात्रा से दुष्कर्म

अश्लील मैसेज भी भेजता था , आरोपी पुलिस ने किया गिरफ्तार

शिक्षिकाओं पर भी कार्यवाही की मांग

झुंझुनू । खबर शेखावाटी इलाके के सिंघाना के भैसावत कलां की है ,जहां एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल ने सारी मर्यादा को तार-तार कर दिया । प्रिंसिपल ने स्कूल में ही सातवीं कक्षा की छात्रा से दुष्कर्म किया । पुलिस के अनुसार घटना 5 अक्टूबर की है, लेकिन चाइल्ड हेल्पलाइन की सूचना के बाद शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी केशव यादव को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के बाद शिक्षा विभाग ने प्रिंसिपल केशव यादव निलंबित कर दिया।

पीड़िता को शिक्षिकाओं ने मदद मांगने पर धमकाया

आरोपी शिक्षक छात्रों को लंबे समय से स्क्रीन मैसेज भेज रहा था । जब छात्रा ने इसकी शिकायत वहीं पर कार्यरत 2 शिक्षिकाओं से की तो उन्होंने छात्रा के घर जाकर छात्रा को स्कूल से निकालने की धमकी दी । मोबाइल में से सारे मैसेज डिलीट कराए। यहां तक कि आरोपी शिक्षक ने भी छात्रा का मोबाइल फॉर्मेट कर दिया। छात्रा को उम्मीद थी कि शिक्षिकाएं उसकी मदद करेगी, लेकिन शिक्षिकाओं ने मदद करने के बजाय उसे डांटना और धमकाना शुरू कर दिया । उन्होंने छात्राओं को इस बात के लिए भी धमकाया कि वह यह बात किसी को नहीं बताएं । धमकी दी कि अगर उसने यह बात किसी को बताई तो उसे स्कूल से निकाल दिया जाएगा और उसकी जिंदगी खराब हो जाएगी। इसके बाद आरोपी शिक्षिकाएं छात्रा को अपने साथ स्कूल ले गई। थानाधिकारी भजना राम ने बताया कि आरोपी प्रिंसिपल पहले भी छात्रा से गलत हरकतें कर चुका था। उसे अश्लील मैसेज भी भेजता था घटना से 5 दिन पहले उसने छात्रा से छेड़छाड़ की और गलत बोला। उसके बाद 1 दिन स्कूल में पढ़ाई के बहाने जल्दी बुलाकर दुष्कर्म किया । पीड़िता ने इसकी शिकायत जब स्कूल की टीचरों से की तो उन्होंने उसे न्याय दिलाने की बजाय, उसके घर जाकर धमकाया। उसे जबरदस्ती स्कूल लेकर चली गई।

शिक्षिकाओं ने बच्ची के साथ दिया होता, बच सकती थी जिंदगी

यदि इस घटना के बाद ही दोनों सेक्सी कॉम ने बालिका का साथ दिया होता और आरोपी शिक्षक को धमकाया होता या उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कर की होती तो, शायद एक बच्ची की जिंदगी बर्बाद होने से बच सकती थी। लेकिन दोनों शिक्षिकाओं ने भी एक महिला का धर्म भी नहीं निभाया !शिक्षिका के नाते तो उनका धर्म बनता ही था कि वह अपनी स्टूडेंट का जीवन बर्बाद होने से बचा थी , जिनके पीछे या जिनके भरोसे में लोग अपनी मासूम बच्चियों को स्कूल छोड़कर जाते हैं। उनसे तो न्याय की उम्मीद की जाती है ।लेकिन आरोपी प्रिंसिपल के साथ दोषी दोनों महिला टीचर भी है ।जिन्होंने पीड़ित बच्ची का साथ देने की बजाय, उसे धमकाने का काम किया। जिससे आरोपी प्रिंसिपल के हौसले बढ़े और उसने एक बच्ची के साथ दुष्कर्म जैसी घटना को अंजाम दिया ।

चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर बनी मददगार

महिला टीचरों से जब पीड़िता को किसी तरह की मदद नहीं मिली तो उसने यह बात अपनी चचेरी बहन और मां को बताई इसके। बाद पीड़िता की मां ने किताब पर दर्ज चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर मामले की सूचना दी। 13 अक्टूबर को सूचना दी और 14 अक्टूबर को चाइल्ड हेल्पलाइन की एक टीम मौके आई। छात्रा के परिजनों से जानकारी जुटाई। वहां से पीड़िता को बाल कल्याण समिति लॉकर काउंसलिंग की गई ।छात्रा के बयान के बाद बाल कल्याण समिति ने पुलिस अधिकारियों से इस मामले में कार्यवाही के लिए लिखा । इसके बाद सिंघाना पुलिस को सूचना दी गई। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर पीड़िता के बयान लिए और आरोपी को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी प्रधानाध्यापक केशव यादव का 2020 में द्वितीय श्रेणी के पद पर चयन हुआ था । आरोपी पास के एक गांव में भैसावत का बास में किराए का मकान लेकर रहता था। आरोपी प्रिंसिपल ने पहले भी छात्रा का मोबाइल फॉर्मेट किया था। घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है।

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