जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में राज्य के कर्मचारियों की पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की घोषणा के बाद से कर्मचारी उत्साहित तो है। लेकिन कहीं न कहीं उनके मन में एक डर जरुर है , कि यदि 2023 के विधानसभा चुनावों में सरकार बदल गई तो ये स्कीम फिर से बंद हो जाएगी। क्योंकी जब राज्य सरकार ने पेंशन स्कीम के तहत जमा 39 हजार करोड़ रुपये केंद्र सरकार से मांगे तो केंद्र सरकार ने मना कर दिया।
इसलिए कर्मचारियों के मन ये सवाल कौंध रहा है कि आखिर इसका अंत क्या होगा। इसलिए कर्मचारियों में इस बात को लेकर आजकल बहस होने लगी है। कर्मचारी केंद्र सरकार के रवैय से परेशान है। वहीं राज्य सरकार के हाथ में इसे लागू करना रह नहीं गया। इसलिए कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्कीम को लेकर परेशान होना लाजिमी है।