जयपुर। खाने के शौकीनों को अब दक्षिण भारतीय भोजन वह भी खासतौर पर कर्मठ कर्नाटका का डोसा इडली और वडा अब जयपुर में भी मिलेगा । हालांकि अलग-अलग राज्यों में खाने के असली सवाल जगह के हिसाब से बदल जाते हैं लेकिन इसके में स्थित सी स्कीम स्थित अन्नपूर्णम रेस्टोरेंट मैं मैसूर के सेब के हाथ का बना खाना आपको कर्नाटक का असली स्वाद महसूस कराएगा।

 डोसा और इडली को अगर छोड़ दिया जाये और आप थत्ते इडली, मद्दुर वडा, केसरी भात अगर जयपुर में खाना चाहे तो शायद आप के पास एक ही ऑप्शन होगा अन्नपूर्णम । थत्ते इडली अपने स्वाद के साथ – साथ अपने बड़े साइज़ के लिए जानी जाती है।  थत्ते इडली कर्नाटक में सुबह के नाश्ते का सबसे मशहूर डिश है। चावल, उड़द दाल, पोहा और साबूदाने से बनी थत्ते इडली बहुत ही स्वादिस्ट और हैल्थी ब्रेकफास्ट है।  

केसरी भात एक स्वीट डिश है जो नॉर्मल खाने के बाद खाई जाती है लेकिन यह बहुत लाइट ओर हेल्दी है। मधुर्वड़ा शाम की चाय के साथ खाया जाने वाला स्नेक है। मैसूर के शेफ के हाथ से बने यह सभी डिसेज आप कर्नाटक के बेंगलुरु मंदिर की थीम से बने अन्नपूर्णम रेस्टोरेंट में में मिलेगी जहां बैठने पर भी आपको साउथ इंडियन फिल आएगा।

शेखावाटी के रहने वाले सिद्धार्थ गोयनका बताते हैं कि रेस्टोरेंट में सभी मसाले , चावल कर्नाटक से ही मंगाई जा रही है । अन्नपूर्णम का डिजाइन ,संरचना से लेकर वॉल पेंटिंग की छोटी-छोटी सजावटी वस्तुएं भी कर्नाटक के बेलूर मंदिरों पर आधारित है।

सिद्धार्थ बताते हैं कि यहां आने पर आपको दक्षिण भारत का फील आये। यहां का मेनू कर्नाटक राज्य पर केंद्रित है। इडली ,डोसा, बड़ा और बड़ा सांभर से लेकर सांभर और पोंगल में घी, मिनी इडली ये सभी कर्नाटक में अविश्वसनीय रूप से लोकप्रिय नाश्ता है। यहां आपको कई प्रकार के डोसा मिलेंगे । सादा, घी मसाला, मक्खन – आपको थट्टे इडली, बाजरा इडली और कांचीपुरम इडली भी मिलेंगे – ऐसे व्यंजन जो कर्नाटक राज्य के बाहर शायद ही कभी देखे जाते हैं। कुछ पूरी तरह से स्थानीय में लिप्त होने के लिए, थालियों को अवश्य ही आज़माना चाहिए। वे आपको इस बात का स्वाद देते हैं कि कर्नाटक दैनिक आधार पर क्या खाता है, जिसमें बिसी बेले स्नान, पुलियोगरे, पुलाव और निश्चित रूप से प्रसिद्ध दही चावल शामिल हैं।जो लोग चावल के बड़े प्रशंसक नहीं हैं, उनके लिए अक्की रोटी या रागी रोटी कॉम्बो की सिफारिश की जाती है। सभी थालियों को पोड़ी, चटनी और कोरमा के साथ परोसा जाता है। मेनू में व्यावसायिक रूप से लोकप्रिय पनीर 65 और गोबी 65 को भी शामिल किया गया है। पारंपरिक फिल्टर कॉफी या गर्म बादाम दूध, या मसाला मज्जी (छाछ) का अपना ही मज़ा है।

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