जयपुर । जिसने जीवन में कभी अंडा तक नहीं खाया हो, घर में चूहा तक नहीं मारा हो, या पकड़ा हो, शरीर से भी बिल्कुल कमजोर सा दिखता हो, हर वक्त हरे कृष्णा का जाप करता हो, उसके बारे में कोई सोच भी नहीं सकता कि पढ़ने लिखने वाला कंप्यूटर इंजीनियर, सीधे सादा युवक जो कृष्ण भक्ति में लीन हो वह अपनी ही ताई के बेरहमी से 10 टुकड़े करके हत्या करेगा किसी ने सोचा भी नहीं था। उसके पिता बहन और ताई के बेटे और बहनों ने भी नहीं सोचा था कि जिस ताई ने बचपन से अनुज को अपने बेटे की तरह पाला पोसा हो ,वह इतना निर्मम हत्यारा निकल सकता है ।

फोटो खींचने पर धमकाया

यह बात आरोपी अनुज ने पुलिस के सामने स्वीकार नहीं की। अनुज शर्मा पुलिस वालों को और पत्रकारों से फोटो खींचने की यह कहकर मना करता रहा कि अभी उसे कोर्ट ने हत्यारा साबित नहीं किया है । सिर्फ पुलिस आरोप लगा रही है ।जब कोर्ट तरह साबित कर दें, तब मेरी फोटो खींचना, यदि आपने मेरी फोटो खींची तो मेरा वकील आपसे बात करेगा।

जांच अधिकारी को करता रहा गुमराह

जांच अधिकारी एसएचओ वीरेंद्र कुरील ने बताया कि पुलिस स्टेशन में आरोपी से 4 बार में करीब 6 घंटे तक पूछताछ की। आरोपी अनुज इस दौरान नई नई कहानियां बनाकर पुलिस को टरकाता रहा। यहां तक की इस पर थर्ड डिग्री का भी कोई असर नहीं हुआ। लेकिन जब पुलिस ने उसे भगवान का वास्ता दिया कि तुम भगवान की पूजा अर्चना करते हो ,जय कृष्णा, हरे कृष्णा के तुम बड़े भक्त हो और तुमसे पाप हो गया ,तो यही पश्चाताप का मौका है ,सच नहीं बताओगे तो तुम्हारी ताई को मुक्ति कैसे मिलेंगी? ताईं के आगे के संस्कार कैसे होंगे ? इतना सुनते ही अनुज बोला बड़ी मां नहीं रही! जिसके बाद चुप हो गया ! पुलिस ने कहा सच। पुलिस ने पूछा हत्या क्यों की तब अनुज बोला ताई से दिल्ली सत्संग में जाने के लिए तो कहा था उन्होंने मना कर दिया डांटा भी। उससे पहले भी थे मुझे डांटते रहती थी की इसीलिए मुझे उनसे चिढ़ थी। इसीलिए गुस्से में आपा खो बैठा और गुस्से में ताई के सिर पर वार कर दिया। ताई वहीं पर ढेर हो गई। ताई की हत्या करने के बाद अफसोस हुआ। खूब रोया कि यह क्या हुआ। लेकिन तब सोचा कि यदि घर वालों को पता लग गया तो परिवार की बहुत बदनामी होगी! मेरी बहुत बदनामी होगी !पुलिस पकड़ लेगी जेल जाना पड़ेगा तो फिर शव को ठिकाने लगाने की सोचा।

इतनी भारी बॉडी को डिस्पोज कैसे करता आप बताओ?

पुलिस ने पूछा शव को काटा क्यों? तो आप ही बताइए शव को डिस्पोज कैसे करता। शरीर से कमजोर हूं ताई शरीर से भारी थी। अकेला कहीं भी शव ठिकाने नहीं लगा सकता था, कहीं ले जा भी नहीं सकता था। ले जा भी नहीं सकता था ।फैंक भी नहीं सकता था। पहले ही दिल्ली में हुए श्रद्धा कांड के बारे में पढ़ा था। इसीलिए बॉडी को उसी तरह से काटकर ठिकाने लगाया जा सकता है। इसीलिए पहले चाकू से काटने की कोशिश की, और जब चाकू से पार नहीं पड़ी ,तब मार्बल काटने के कटर से टुकड़े किए और सूटकेस और बाल्टी में भरकर गाड़ी में रखकर दिल्ली रोड पर जंगल में अलग-अलग जगह फेंक कर डॉ मिट्टी डाल दी । सोचा नहीं था पकड़ा जाऊंगा! आरोपी को जंगल में ले जाकर पुलिस ने मृतका के शरीर के 8 टुकड़े बरामद कर लिए, लेकिन अभी दो टुकड़े बरामद नहीं हुए हैं। घर पर लाए तो वह किसी से नजर मिलाने की स्थिति में नहीं था।

पुलिस ने आरोपी को 6 दिन के रिमांड पर लिया है। ऐसे में दो टुकड़े और बरामद करने की कोशिश की जा रही है । पुलिस को लगता है कि हो सकता है दो टुकड़े जंगली जानवर या कुत्ते खा गए हो और इधर उधर ले गए हो।

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