जयपुर। समय के साथ-साथ सामाजिक बदलाव भी समाज में देखने को मिल रहा है। जयपुर के महावीर नगर प्रथम में रहने वाले पूर्व जिला न्यायाधीश वरिष्ठ समाजसेवी उदय लाल उदय चंद्र बारूपाल ने अपने बेटे नरेंद्र बारूपाल के निधन पर उनकी दोनों बेटियों गहना और रूपल के पगड़ी बंधवाई।

गहना और पारुल ने निभाई सभी रस्में

नागौर जिले के बैटरी गांव के रहने वाले नरेंद्र बारूपाल जयपुर के महावीर नगर प्रथम में रहते थे। उनकी 19 दिसंबर को हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई । इसके बाद उनके पुत्र नहीं होने पर उनके दादा ने उनकी दोनों बेटियों से ही उनके सारे संस्कार संपन्न करवाए। मुखाग्नि भी उनकी दोनों बेटियों गहना और रूपल ने दी। जब 12 वें के दिन पगड़ी रस्म की बारी आई तो नरेंद्र की दोनों बेटियों के सर पर पगड़ी बंधवा कर पगड़ी की पूरी करवाई गई। इसकी वहां मौजूद समाज के सभी बंधुओं ने तारीफ की और कहा कि यही रूढ़िवादी रीति रिवाज में बदलाव का समय है। क्योंकि जरूरी नहीं है कि बेटा ही यह सब रस्में पूरी करें। बेटियां भी पिता के लिए गर्व का विषय है, और वह भी अपने पिता की जिम्मेदारी बेटों की तरह निभा सकती है। सभी ने बेटियों को आशीर्वाद दिया।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published.