बांसवाड़ा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानगढ़ में आजादी के परवाने गोविंद गुरु के योगदान और 15 सौ से ज्यादा आदिवासियों की शहादत को नमन किया। साथ ही राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र की सरकारों से मानगढ़ के लिए एक योजना तैयार करने का आह्वान किया। मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई में आदिवासी समाज का योगदान किसी से कम नहीं है। लेकिन जो स्थान आदिवासी समाज के शहीदों को मिलना चाहिए था ,वह नहीं मिला है। हमारा प्रयास होगा कि राजस्थान के मानगढ़ में जलियांवाला बाग की तरह आजादी की लड़ाई के लिए शहीद हुए 15 सौ से ज्यादा आदिवासियों का मान सम्मान बढ़े।

आदिवासियों के बलिदान को देश और दुनिया जाने इसके लिए हम सब मिलकर काम करेंगे । इस मौके पर उन्होंने यह कहकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मान बढ़ाया कि गहलोत मेरे से सीनियर मुख्यमंत्री है यहां तक कि इस मंच पर बैठे हुए तमाम नेताओं से भी सीनियर है। उनके अनुभव का लाभ मिलता रहा है और आगे भी मिलता रहेगा। ऐसा कहकर पीएम मोदी ने सीएम गहलोत का भी सार्वजनिक तौर पर मान बढ़ाया ,गहलोत ने भी हाथ जोड़कर आभार जताया। यही पीएम मोदी और गहलोत की बॉन्डिंग को दर्शाता है ,जो उनके बीच सालों से बनी हुई है। दो विपरीत पार्टियों के दिग्गज नेता होने के बावजूद भी कभी कबार सार्वजनिक मंचों पर भी गहलोत और पीएम मोदी की बॉन्डिंग साफ तौर पर नजर आ जाती है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता में आदिवासियों का बड़ा योगदान है। उनका संघर्ष अकल्पनीय रहा है । यही वजह है कि मेवाड़ वागड़ की और मानगढ़ धाम का गौरवशाली इतिहास के स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है । यहां के इतिहास की जितनी की खोज की जाए उतनी नई कहानियां मिलेगी। आजादी की लड़ाई में गुरु गोविंद सिंह को कभी भुला नहीं सकते । उन्होंने पीएम मोदी से मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा देने की मांग की। जिसे मोदी ने फिलहाल टाल दिया है।

गहलोत ने मानगढ़ में आजादी की अमृत महोत्सव के अंतर्गत धूली वंदना कार्यक्रम को भी संबोधित किया । पीएम मोदी की मौजूदगी में गहलोत ने कहा आजादी की लड़ाई में आदिवासियों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है । आदिवासियों ने राजस्थान, मध्य प्रदेश ,महाराष्ट्र, गुजरात जहां भी अवसर मिला विदेशी ताकतों का मुकाबला किया। आजादी की लड़ाई में आदिवासियों के संघर्ष याद किया जाएगा । मानगढ़ को भी जलियांवाला बाग की तरह ही पहचान मिले। इसके लिए यह मोदी को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करना चाहिए । क्योंकि यहां भी गुरु गोविंद के नेतृत्व में सैकड़ों आदिवासियों ने आजादी की लड़ाई में शहीद हो गए थे । देश में लोकतंत्र की सच्ची परम्परा है। यही कारण है कि विदेशों में भी आज हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मान सम्मान लगातार बढ़ रहा है और प्रभाव बढ़ रहा है । गहलोत ने पीएम मोदी से आग्रह किया कि वह राजस्थान में चल रही स्वास्थ्य बीमा योजना का अध्ययन करवाएं और पूरे देश में लागू करवाएंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान अन्य राज्यों की तुलना में स्वास्थ्य सेवाओं में बहुत आगे निकल गया है और जनता को इसका लाभ मिल रहा है।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार द्वारा बांसवाड़ा को रेल से जोड़ने का प्रस्ताव रेल मंत्रालय को भेजा हुआ है। इसके लिए राज्य सरकार की ओर से 250 करोड़ की राशि उपलब्ध कराने की जानकारी दी। कहा कि इसके लिए जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। इसके बावजूद कार्य नहीं हो पाया है। इस कार्य को शीघ्र पूरा कराया जाए, ताकि आस्था और भक्ति के प्रमुख केंद्र पर लोगों का आवागमन सुगम हो सके। मुख्यमंत्री ने सभा स्थल से पहले स्मारक पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी । उन्होंने मांग की इस दौरान मध्य प्रदेश के राज्यपाल मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, जल संसाधन मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ,राजस्व मंत्री रामलाल जाट ,ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ,जनजाति मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया, सांसद कनक मल कटारा, सीपी जोशी, जसकौर मीणा ,अर्जुन लाल मीणा ,नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित मानगढ़ धाम के पदाधिकारी जनप्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे सभी ने पीएम मोदी का हार्दिक स्वागत किया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश वासियों की ओर से स्वागत और आभार जताया ।

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