जालौर । एक तरफ भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी दलित परिवारों से मिल रहे थे और उनकी समस्याएं सुन रहे थे ।दूसरी तरफ जालौर के सुराणा में में स्कूल में टीचर की पिटाई से मरे बालक इंद्र मेघवाल के पिता देवाराम और पड़ोसी मोटाराम पर तीन बदमाश लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया हमले में देवाराम तो जान बचाकर भागने में कामयाब हो गया लेकिन मोटाराम बदमाशों के हत्थे चढ़ गया जिससे बदमाशों ने पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। मोटाराम और देवाराम पर यह हमला डूंगर सिंह ,सुजान सिंह और जालम सिंह राजपूत नामक युवकों ने किया। पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया । एक अभी भी फरार है बता जा रहा है ।यह हमला उस समय किया गया जब देवाराम और मोटाराम पुलिस थाने में किसी मामले में पूछताछ के लिए जा रहे थे ।यह सीधा -सीधा सुराणा कांड में टीचर के खिलाफ गवाही से रोकने और डराने के लिए भी किया हमला है। स्थानीय लोगों ने घायल मोटाराम मेघवाल को जोधपुर के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया है जहां उसकी हालत गंभीर है मोटाराम ने बताया कि वह घर से सुराणा की ओर जा रहा था कि रास्ते में स्थानीय 3 राजपूत समाज के युवाओं ने उस पर जानलेवा हमला कर घायल कर दिया।


दलित समाज में दहशत

थाना अधिकारी प्रदीप डांगा का कहना है कि आरोपी युवकों और मोटाराम देवाराम के बीच जमीनी विवाद चल रहा था, उसको लेकर इनके बीच रंजिश है और इसीलिए यह हमला किया गया है। इस हमले का सुराणा कांड से कोई लेना देना नहीं है। वही देवाराम और मोटाराम का कहना है कि आरोपी युवक सुराणा में इंद्र मेघवाल की मौत के बाद से ही उनसे रंजिश रखते हैं उन्होंने लगातार डराने धमकाने का काम किया जा रहा है उनके पूरे परिवार को जान वालों का डर है क्योंकि पूरा गांव एक तरफ है और वह परिवार एक तरफ है इसीलिए उन पर और उनकी जमीन पर कब्जा करने और उन्हें उन पर जानलेवा हमला करो ने गांव से निकलने पर मजबूर करने के लिए इस तरह का हमला किया जा रहा है। जिससे डरकर हम गांव छोड़ जाएं और आरोपियों के खिलाफ गवाही नहीं देने और अपनी खातेदारी की जमीन पर प्रॉपर्टी भी छोड़ जाएं।

घटना से दलित संगठनों में आक्रोश

देवाराम और मोटाराम पर हुए जानलेवा हमले के बाद भीम आर्मी ,अंबेडकर वेलफेयर सोसाइटी और दर्जनों दलित संगठनों ने मुख्यमंत्री और डीजीपी को पत्र लिखकर घटना के आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। जिला कलेक्टर और एसपी को भी ज्ञापन दिए हैं ।दलित समाज का कहना है कि जालौर और आसपास के जिलों में दलित समाज पर अत्याचारों का सिलसिला लगातार बढ़ता जा रहा है । लेकिन पुलिस अपराधियों पर कार्यवाही नहीं कर रही है ।स्थानीय बंधु भी बदमाशों का साथ दे रहे हैं ,जिससे बदमाश टाइप के युवकों के हौसले बुलंद है। दलित समाज, कमजोर वर्ग के लोग दहशत में जीने को मजबूर है।

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