जयपुर ।टोंक उनियारा। लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी भले ही 400 सीट से ज्यादा जीतने का दावा कर रही हो, लेकिन हकीकत में भारतीय जनता पार्टी को कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है । हालांकि पहले दिन से ही प्रचार प्रचार में भारतीय जनता पार्टी ने लीड बना ली है । लेकिन हालत यह है कि भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के बड़बोलेपन के कारण दिए गए बयान ही उनके लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। एक के बाद एक करके भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने सभाओं में सार्वजनिक तौर पर यह कहा कि यदि मोदी को 400 सीट जीताएंगे तो वह संविधान संशोधन करेंगे। संविधान संशोधन के नाम पर आरक्षित वर्ग को लगता है कि यदि मोदी तीसरी बार सरकार में आए या भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत से सरकार बन गई तो फिर वह देश का संविधान बदल देंगे और एससी, एसटी, ओबीसी का आरक्षण भी खत्म कर देंगे । यह बात धीरे-धीरे धीरे-धीरे पूरे देश में फैल गई और हालात यह हो गई कि जो एससी, एसटी का वोट बैंक पिछले दो चुनाव से भारतीय जनता पार्टी को मिलने लग गया था और लगातार मोदी जी से जुड़ रहा था, उसे वोट बैंक में बड़ा बिखराव हो गया।

कई सीटों पर जो एससी, एसटी के वोट कई सालों से भारतीय जनता पार्टी को मिल रहे थे वह वोट भी भारतीय जनता पार्टी से छिटक गए । पहले चरण के मतदान में इस बात का पूरी तरह से खुलासा हो गया कि जिन वोटो के आधार पर अब तक मोदी सरकार में पावरफुल बने थे। वहां अब सेंधमारी हो गई है। इसीलिए मोदी जी को बार-बार यह कहना पड़ रहा है कि एससी, एसटी ओबीसी का आरक्षण कोई भी छीन नहीं सकता। यह मोदी की गारंटी है। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी एससी ,एसटी ,ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देना चाहती है। यह बात उन्होंने टोंक सवाई माधोपुर के उनियारा में आयोजित सभा में कही। इससे पूर्व उन्होंने बाड़मेर में भी कही, इससे पूर्व उन्होंने बांसवाड़ा में आदिवासी बेल्ट में भी है बात कही । आदिवासियों और एससी एसटी का हक छीनकर कांग्रेस पार्टी मुसलमान को देना चाहती है ।आपका मंगलसूत्र भी बेचकर वह मुसलमान को देना चाहती है। कांग्रेस पार्टी उनका भला करना नही चाहती है ,जिनके ज्यादा बच्चे हैं उनका भला करना चाहती है ।इस तरह की भाषा देश का प्रधानमंत्री जब बोलता है तो जाहिर सी बात है कि इसमें उसकी बौकलाहट नजर आती है, क्योंकि जो 400 से ज्यादा सीट जीत रहा हो उसको फिर इस तरह की भाषा उपयोग करने की जरूरत नहीं पड़ती है । लेकिन जो माहौल अभी बन गया है उससे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की नींद उड़ गई है और अब खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों में भी यह असर दिखने लगा है। यही कारण है कि उन्हें जगह-जगह इस बात को सार्वजनिक तौर पर कहना पड़ रहा है कि वह एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण के सच्चे हितेषी हैं। यहां तक की पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बात का भी दावा किया कि वह तो बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के सच्चे समर्थक है और उनकी पूजा करते हैं। उन्हें अपना आदर्श मानते हैं । लेकिन कांग्रेस पार्टी ने उन्हें हमेशा अपमानित किया, कभी भी बाबा साहब को सम्मान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं, वह खुद हैं, दुनिया की कोई ताकत यहां तक की खुद डॉक्टर भीमराव अंबेडकर भी एससी ,एसटी ओबीसी का आरक्षण खत्म नहीं कर सकते । देश का संविधान खत्म नहीं कर सकते । इन तमाम बातों को सुनने के बाद जाहिर हो गया कि कहीं ना कहीं जो भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने जो बयानबाजी की थी, संविधान संशोधन को लेकर और आरक्षण को लेकर, वही उनके लिए परेशानी का कारण बन गया । इसीलिए पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर अमित शाह, जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, सीएम योगी आदित्यनाथ को भी इस बात की सफाई देनी पड़ रही है ,कि वह आरक्षण खत्म करने की पक्षधर नहीं है। वह संविधान बदलने के पक्षधर नहीं है । यह तमाम बातें मोदी की गारंटी के तौर पर परोसी जा रही है। देखना यह है कि जो सेंधमारी एससी, एसटी, ओबीसी के वोटो में हो चुकी है, क्या मोदी के बयान के बाद उन पर कोई लगाम लगती है। यदि लोगों के दिमाग में यह बात घर कर गई कि यदि मोदी तीसरी बार सत्ता में आए तो एससी, एसटी ,ओबीसी का आरक्षण खत्म हो जाएगा। संविधान बदल दिया जाएगा। तो तय मान के चलेएगा फिर मोदी सरकार की सीट 400 पार नहीं कर रही है और यह मोदी के लिए खतरे की घंटी है ।क्योंकि यह अंदर करंट है जो अंदर ही अंदर लोगों में फैल रहा है और इसका असर तगड़ा आने वाला है। यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की अब शैली बदल गई है । मोदी की गारंटी की बात कर रहे हैं, खास यह है की नेता उस समय ही उन नेताओं के बयान पर रोक लगाते, उन बयानों का खंडन करते, जब संघ के लोग जब पार्टी के जुड़े हुए लोग सार्वजनिक मंचों पर संविधान बदलने की बात कह रहे थे ।आरक्षण खत्म करने की बात कह रहे थे ,तो शायद भारतीय जनता पार्टी को इतना नुकसान नहीं होता। अब देश भर की जनता इस बात को समझ गई है कि मोदी सरकार 400 पार कर गई तो कहीं न कहीं संविधान संशोधन और आरक्षण खत्म जरूर हो जाएगा इसलिए 10 15 सालों से मोदी सरकार से या बीजेपी से जुड़े थे वह लोग बीजेपी से छिटक गए हैं। तुम्हें रोकने के लिए राजस्थान में डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा, जितेंद्र गोठवाल जैसे नेता लगातार अपील कर रहे हैं लेकिन उनकी अपीलों का भी कोई असर नहीं हो रहा है देश भर में भी आरक्षित वर्ग के नेताओं को भाजपा ने रोक दिया है लेकिन उनकी बात पर भी लोग भरोसा नहीं कर रहे हैं इसलिए पीएम मोदी अमित शाह और जेपी नड्डा भी लगातार इस बात का भरोसा दिला रहे हैं कि कोई भी दुनिया की ताकत आरक्षण को खत्म नहीं कर सकती है

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