राजस्थान में सबसे ज्यादा और देश में दूसरे सबसे ज्यादा वोटो से चुनाव जीतने वाले रामचरण बोरा

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की 15 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा की पहली सूची में उन तमाम सांसदों और मंत्रियों को टिकट दिया गया है जिन्होंने ढाई लाख से 6ं लाख 89000 तक के वोटो से जीत दर्ज की थी। लेकिन इस सूची में जयपुर से दो बार सांसद रहे रामचरण बोहरा का नाम गायब है। रामचरण बोहरा ने पिछला चुनाव 5:31 लाख वोटो से जीता था। वह देश में दूसरे नंबर पर थे उनसे ज्यादा वोटो से चुनाव जीतने वाले सीआर पाटिल थे, जो गुजरात के नवसारी से चुनाव जीते थे । उन्होंने 6 लाख89000 वोटो से चुनाव दर्ज की थी। जबकि रामचरण बोहरा ने साढे 5 लाख वोटो से जीत दर्ज कर इतिहास बनाया था ।रामचरण बोहरा को जयपुर का शहर सरल, मिलनसार, सांसद माना जाता है । पिछले 10 साल में भी वह अपने आप को गुटबाजी से दूरी रहे। आज भी आम आदमी का फोन रामचरण बोहरा खुद ही उठते हैं । जयपुर में होने वाले सभी कार्यक्रमों में आमंत्रित करने पर सहज स्वभाव से हमेशा उपलब्ध रहने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं को समर्पित रहने वाले रामचरण बोहरा को टिकट मिलना स्वाभाविक है ।लेकिन फिर भी कुछ लोग उनके टिकट दिए जाने का विरोध कर रहे हैं। हालांकि टिकट नहीं देने का कोई कारण अभी तक सामने नहीं आ रहा है। लेकिन टिकट काटने के लिए काटा जाए तो यह किसी के साथ अन्याय होगा और वह भी तब जब रामचरण द्वारा पहला पहला चुनाव 4:30 लाख से और दूसरा चुनाव 5:30 लाख वोटो से जीता हो। ऐसी स्थिति में उनका चुनाव में टिकट कटा जाना उनके साथ अन्याय होगा । यही नहीं रामचरण बोहरा राजस्थान में सबसे ज्यादा वोटो से चुनाव जीतने वाले सांसद भी बने हैं। उनके राजनीतिक कैरियर को देखा जाए तो कभी भी वह विवादों में नहीं रहे। सहज, सरल, स्वभाव के कारण हमेशा हंसमुख रहने वाले रामचरण बोहरा के प्रति लोगों की सहानुभूति भी है और उन्हें लोग पसंद भी करते हैं। इसके बावजूद भारतीय जनता पार्टी की पहली सूची में रामचरण बोहरा का नाम नहीं होना चौंकाने वाला है। देखना है कि पीएम मोदी और अमित शाह के रहते हुए आखिरकार किस आधार पर रामचरण बोहरा का टिकट काटा जाता है या फिर जयपुर की जनता की भावनाओं की कदर करते हुए उन्हें फिर से उम्मीदवार बनाया जाता है । हालांकि रामचंद्र बोहरा का टिकट काटे जाने की चर्चाओं के बीच जयपुर से चुनाव लड़ने वालों की लंबी सूची है। बहुत सारे नाम इसमें सामने आ रहे हैं। जिनमें सुनील कोठारी ,मुकेश पारीक, मुकेश दाधीच, लक्ष्मीकांत भारद्वाज ,अरुण चतुर्वेदी, डॉ अखिल शुक्ला ,ज्योति खंडेलवाल, सुरेश मिश्रा के नाम प्रमुख रूप से है।

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