जयपुर । लोकसभा चुनावों की आहट के साथ ही एक बार फिर गुर्जर समाज ने ताल ठोक दी है। विधानसभा चुनावों के दौरान सत्ता परिवर्तन में निर्णायक भूमिका निभाने वाले गुर्जर समाज ने सभी राजनीतिक दलों से गुर्जर समाज को ज्यादा सीटों पर टिकट की मांग की है। इसको लेकर राजस्थान पथिक सेना के प्रदेश अध्यक्ष शंकर सिंह गुर्जर ने प्रेसवार्ता कर बताया कि राज्य में गुर्जर समाज सवाई माधोपुर-टोंक, दौसा, धौलपुर करौली, भरतपुर, जयपुर ग्रामीण, अजमेर, भीलवाड़ा, कोटा – बूंदी, झुंझुनू , बांरा-झालावाड़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, अलवर सीटों पर निर्णायक भूमिका में हैं। पथिक सेना की इस मांग को गुर्जर समाज के सभी संगठनों ने समर्थन देने की घोषणा की है।
गुर्जर ने आरोप लगाया कि राज्य में बडी आबादी होने के बाद भी राजनीतिक दलों द्वारा गुर्जर समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता। कांग्रेस पार्टी दो लोकसभा सीटों पर गुर्जर समाज के व्यक्ति को उम्मीदवार बनाती है। जबकि भारतीय जनता पार्टी केवल मात्र एक लोकसभा सीट पर उम्मीदवार बनाती है, गुर्जर राजस्थान में कुल जनसंख्या का 9 प्रतिशत है ,जो की राजस्थान में 72 लाख से अधिक है। राजस्थान में कांग्रेस पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव में भाजपा से अधिक टिकट दिए गए कांग्रेस 11 और भाजपा की ओर से 10 टिकट दिए गए। हाल में हुए राजस्थान विधानसभा 2023 के चुनाव में गुर्जर समाज ने भारतीय जनता पार्टी को अपना एक तरफा मत व समर्थन देकर बहुमत से विजयी बनाकर राज्य में सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव वर्ष 2023 में गुर्जर समाज को उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला और ना ही सरकार में। इस कारण गुर्जर समाज में भारतीय जनता पार्टी सरकार के खिलाफ भारी नाराजगी है। लोकसभा चुनावों में टिकट वितरण में समाज की उपेक्षा की गई तो पार्टियों को इसके परिणाम भुगतने पडेंगे।