सुमेरपुर। (अरविंद जोशी ब्यूरो चीफ पाली) पाली जिले की सुमेरपुर विधानसभा सीट एक समय कांग्रेस की गढ़ हुआ करती थी। लेकिन पिछले दो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपना गढ़ नही बचा पा रही है। कांग्रेस की लगातार दो बार हार का कारण कार्यकर्ताओं की भावनाओं के विपरित टिकट वितरण और पेराशूटी प्रत्याशी मैदान में उतारना है। विशेष सूत्रों के अनुसार इस बार सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व का बिना मंत्री बीना काक अथवा जिला परिषद सदस्य हरिशंकर मेवाड़ा , शिशुपाल सिंह निंबाड़ा,भाजपा को कड़ी चुनौती दे सकते हैं। आम कार्यकर्ता स्थानीय प्रत्याशी चाहता है।

गत माह सीएम गहलोत के सुमेरपुर दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रत्याशी की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था। पिछले दस सालों में सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में गुटबाजी हावी है। राजनैतिक जानकारों का कहना है कि बीना काक को अगर मैदान में उतारा जाता है तो गूटबाजी खत्म हो सकती है।

विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को टक्कर पूर्व विधायक बीना काक या पूर्व प्रधान हरिशंकर मेवाड़ा, शिशुपाल सिंह निंबाड़ा दे सकते हैं।वर्तमान में ऐसा नेता कोई फील्ड में नहीं है जो भाजपा को टक्कर दे सके।
कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं का कहना है सुमेरपुर क्षेत्र की कांग्रेस सीट बीना काक जीत सकती हैं।

क्योंकि पिछले 10 सालों से कांग्रेस में भारी गुटबाजी चल रही है बीना काक आते ही गुटबाजी खत्म हो जाती है।

पूर्व मंत्री बीना काक चार बार सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र से जीत हुई हैं। एक बार फिर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की मांग बीना काक को लाने की उठने लगी है। पूर्व मंत्री जयपुर में अब एक बार फिर टिकट की दौड़ में दिखाई देने लगी हैं कांग्रेस के आला नेताओं से अब संपर्क करना शुरू हो चुका है।

वहीं भाजपा में इन नामों पर ज्यादा चर्चा हैं=एक बार भाजपा कार्यकर्ताओं में पूर्व विधायक मदन राठौड़ को लाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है वहीं वर्तमान विधायक जोराराम कुमावत के नाम की भी चर्चा एक बार फिर से जोर पकड़ने लगी है। सुमेरपुर विधानसभा क्षेत्र में 2 नामों की चर्चा जोरों पर चल रही हैं।

कार्यकर्ता बताते हैं कि पूर्व विधायक मदन राठौड़ की प्रशासनिक अधिकारियों पर पकड़ ज्यादा रहती थी लेकिन वर्तमान विधायक की प्रशासन अधिकारियों पर पकड़ कम दिखाई देती हैं। लेकिन कार्यकर्ताओं की मांग एक बार फिर से उठने लगी है कि स्थानीय उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाए बाहरी प्रत्याशी को टिकट देने पर विरोध किया जाएगा। वर्तमान में भाजपा में करीबन 6 से 7 नामों पर चर्चा देखने को मिल रही हैं सबसे मजबूत पूर्व विधायक मदन राठौड़ वर्तमान विधायक जोराराम कुमावत, तखतगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष ललित रांकावत, वर्तमान जिला अध्यक्ष मंसाराम परमार, समेत कई नामों पर भाजपा में भी चर्चा चल रही हैं।

अब तक ये रहे विधायक वर्ष विधायक पार्टी 1- 1962 अणदाराम कांग्रेस, 2-1967 फूलचंद बाफना स्वराज पार्टी 3-1972 सज्जनसिंह कांग्रेस 4- 1977 विज्ञान मोदी जनता दल 5-1980 गोकुलचंद शर्मा कांग्रेस 6-1985 बीना काक कांग्रेस 7-1990 गुलाबसिंह राजपुरोहित भाजपा 8 -1993- बीनाका कांग्रेस 9-1998 बीना काक कांग्रेस 10- 2003 मदन राठौड़ भाजपा 11-2008 बीना काक कांग्रेस,12-2013 मदन राठौड़ भाजपा 13-2018 जोराराम कुमावत भाजपा बड़ी जीत हुई थी।

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